राजधानी भोपाल में सोमवार को राजनीतिक तेवर दिनभर तीखे रहे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, नेता प्रतिपक्ष-प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा के बयानों से राजनैतिक सरगर्मी तो बढ़ी रही, लेकिन मौसम ने सभी को कूल-कूल रहने का पैगाम दिया और शाम होते-होते ठंडक के साथ तापमान में गिरावट दर्ज की गई।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ओलावृष्टि का सर्वे कर किसानों को राहत देने की बात कही, तो कोरोना की समीक्षा की और पिछड़ा वर्ग के कल्याण को लेकर प्रतिबद्धता जताई। तो नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ ने पंचायत चुनाव न हो पाने के लिए भाजपा सरकार को दोषी बताया और दो माह में चुनाव न होने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी। वहीं संगठन के विस्तार के लिए कई दिनों के प्रवास के बाद राजधानी लौटे प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा दिनभर राजनैतिक कार्यक्रमों के सहभागी बने और पिछड़ा वर्ग के साथ हुए अन्याय के लिए कांग्रेस को दोषी बताया तो मोदी के साथ साजिश का दोष पंजाब सरकार और कांग्रेस पर मढ़ा, साथ ही युवा मोर्चा की मानव श्रंखला और सद्बुद्धि के लिए दिव्यांगों के यज्ञ में भी शामिल हुए।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने अतिवृष्टि और ओलावृष्टि से फसलों के नुकसान को लेकर समीक्षा बैठक कर शीघ्र फसलों के नुकसान का सर्वे कराकर मुआवजा देने का निर्देश दिया। यह भी कहा कि सर्वेक्षण में जनता की संतुष्टि हो, सर्वे पूरी प्रमाणिकता और ईमानदारी के साथ हो। तो हिदायत दी कि लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।मुख्यमंत्री के नाते मैं, स्वयं किसानों के प्रति संवेदनशील हूं। संकट की ये घड़ी है। संकट की इस घड़ी में हम किसानों के साथ पूरी तरह से खड़े हैं। तो कोरोना की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि हमारा सिस्टम पूरी तरह एक्टिव हो जाये। अभी स्थिति चिन्ताजनक नहीं है, लेकिन केस बढ़ रहे है। तो यह भी कहा कि अनावश्यक प्रतिबंध न लगाएं, जब जरूरत पड़ेगी तो तुरन्त कदम उठाएंगे। स्कूल भी अभी 50 परसेंट से चलने दें।
तो मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछड़ा वर्ग सहित प्रदेश में रहने वाले सभी वर्ग के नागरिकों का कल्याण राज्य सरकार का उद्देश्य है। इस दिशा में समस्त बाधाओं को समाप्त कर लोगों के विकास के आवश्यक कदम निरंतर उठाए जाएंगे। पिछड़ा वर्गों को प्रतिनिधित्व सहित उनके अधिकार से जुड़े सभी कार्यों में लाभान्वित करने के प्रयास होंगे। इसके लिए मध्यप्रदेश सरकार कृतसंकल्पित है। मुख्यमंत्री निवास पर विभिन्न पिछड़ा वर्ग संगठनों द्वारा किए गए उनके अभिनंदन के उत्तर में मुख्यमंत्री ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि कानूनी प्रावधानों के साथ पिछड़ा वर्ग के हित में निकायों में आरक्षण सहित अन्य सभी कल्याणकारी कार्यक्रमों को पूरी ताकत से लागू किया जाएगा।
नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ ने कहा कि दो महीने के भीतर परिसीमन, रोटेशन और ओबीसी आरक्षण के साथ पंचायत चुनाव नहीं हुआ तो कांग्रेस गांव-गांव में आंदोलन करेगी। शिवराज सरकार के काले कानून की वजह से पंचायत चुनाव नहीं हो सके। मध्यप्रदेश में पिछले 7 साल से पंचायत के चुनाव नहीं हो पा रहे हैं, इसकी मुख्य वजह भाजपा सरकार की ओबीसी और आरक्षण विरोधी नीति है।ओलावृष्टि से हुए नुकसान का सरकार तत्काल मुआवजा दे। उन्होंने आरोप लगाया कि 2020 के बाद से किसानों को फसल बीमा का फायदा नहीं मिला है।
कमलनाथ ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का चरित्र पूरी तरह से ओबीसी विरोधी है। उन्होंने आरोप लगाया कि शिवराज सिंह चौहान 15 साल से मुख्यमंत्री हैं, भाजपा के तीन मुख्यमंत्री रह चुके हैं। लेकिन क्या कभी भाजपा ने ओबीसी को 27% आरक्षण देने का प्रस्ताव सदन में रखा। भाजपा सरकार एक कानून बता दे जो उसने ओबीसी के हित में बनाया हो। उन्होंने कहा कि पिछले 2 साल से ओबीसी स्कॉलरशिप का 1210 करोड़ रुपए बकाया है और यह स्कॉलरशिप वितरित नहीं हो पा रही है। तो मोदी की सुरक्षा पर कमलनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा पूरे देश के मान सम्मान का विषय होती है। भाजपा इस विषय पर राजनीति करना चाहती है। प्रधानमंत्री की सुरक्षा की पूरी जांच होनी चाहिए, उन्हें समुचित सुरक्षा दी जानी चाहिए। लेकिन उस पर राजनीति करना बहुत ही निंदनीय है।
अनुसूचित जाति मोर्चा के बाबा साहब अंबेडकर की प्रतिमा के समक्ष मौन धरना में शामिल हुए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि किस प्रकार से कांग्रेस ने संवैधानिक व्यवस्था में फेडलर सिस्टम को तोड़ा है। पंजाब के मुख्यमंत्री ने किस प्रकार प्रधानमंत्री की सुरक्षा की अवहेलना की है। योजनाबद्ध तरीके से कांग्रेस के इशारे पर आपराधिक षड्यंत्र रचने का काम किया है।
यह देश के लिए बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। वहीं भोपाल में चार इमली स्थित शिव मंदिर में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने दिव्यांगजनों के साथ हवन एवं पूजन कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दीर्घायु के लिए मंगल कामना की। तो युवा मोर्चा द्वारा राजधानी भोपाल में 7 नं. स्थित सुभाष प्रतिमा से नूतन कालेज तक मानव श्रृंखला बना कर पंजाब सरकार के प्रति आक्रोश व्यक्त किया। इसमें शामिल हुए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री देश का अभिमान हैं। प्रधानमंत्री की सुरक्षा के साथ पंजाब सरकार द्वारा सोनिया गांधी के इशारे पर जिस तरीके से खिलवाड़ किया गया है, वह लोकतंत्र की मर्यादाओं को शर्मसार करने वाली घटना है।
इस घटना से पूरे देश में आक्रोश है। समाज का हर वर्ग और जनता प्रधानमंत्री के साथ खड़ी है। तो पिछड़ा वर्ग के कार्यक्रम में शामिल हुए विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में पिछड़ा वर्ग को पर्याप्त प्रतिनिधित्व के साथ ही योजनाओं से लाभान्वित करने का कार्य चल रहा है। मध्यप्रदेश इस क्षेत्र में अग्रणी है। प्रदेश में जिलों में संगोष्ठियां आयोजित कर भी पिछड़ा वर्ग कल्याण के प्रयासों की जानकारी जनता तक पहुंचाई गई है। तो न्यायालय स्तर पर पंचायत चुनाव में पिछड़ा वर्ग को आरक्षण से संबंधित की गई कार्यवाही की विस्तारपूर्वक जानकारी भी उन्होंने दी।
तो राजधानी सोमवार को राजनैतिक बयानबाजी से पूरी तरह सरावोर रही। पर राजधानी के तापमान पर मौसम ने अंकुश लगाकर रखा। और तापमान शाम होते-होते गिरता गया। हवा में ठंडक घुलती रही और रात में सर्दी बढ़ती रही। मंगलवार का दिन शायद कम राजनीतिक गहमागहमी का रहेगा।