Lucknow : विधानसभा चुनाव से पहले BJP को बड़ा झटका लगा। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने मंत्री पद से इस्तीफा दिया है। उनकी समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से भी मुलाकात हुई है। इससे स्पष्ट हो गया कि वे सपा में शामिल। उनके साथ उनके कुछ समर्थक विधायक भी भाजपा छोड़ कर सपा में शामिल हो सकते हैं। टिकट के बंटवारे को लेकर उनका भाजपा से विवाद चल रहा है। शाहजहांपुर भाजपा विधायक भी शाम तक देंगे भाजपा छोड़ सकते हैं। आज शाम को प्रेस कांफ्रेंस करके कई 2 मंत्री और 17 भाजपा विधायकों के इस्तीफ़ा देने की अटकले हैं।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने राज्यपाल को इस्तीफा सौंपते हुए लिखा ‘माननीय राज्यपालजी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के मंत्रिमंडल में श्रम एवं सेवायोजन व समन्वय मंत्री के रूप में विपरीत परिस्थितियों व विचारधारा में रहकर भी बहुत ही मनोयोग के साथ उत्तरदायित्व का निर्वहन किया है। किंतु, दलितों, पिछड़ों, किसानों बेरोजगार नौजवानों एवं छोटे- लघु एवं मध्यम श्रेणी के व्यापारियों की घोर उपेक्षात्मक रवैये के कारण उत्तर प्रदेश के मंत्रिमंडल से मैं इस्तीफा देता हूं!’
स्वामी प्रसाद मौर्य की ताकत
यूपी सरकार में मंत्री हैं और 5 बार के विधायक हैं। पिछड़े समाज के बड़े नेता हैं। 80 के दशक से राजनीति में हैं। BJP के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। 2012 से 2016 तक यूपी विधानसभा के नेता विरोधी दल रहे। 8 अगस्त 2016 को बीजेपी में शामिल हुए थे। इनकी बेटी संघमित्रा मौर्य बदायूं से BJP की सांसद हैं। वे BJP से पहले लोकदल और BJP में रहे हैं।