कोरोना के संग खेल मत खेलो…

स्थिति तनावपूर्ण पर नियंत्रण में है, लापरवाही से अनियंत्रित हो जाएगी...

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प्रदेश में ठंडी हवाएं ठंडक बढ़ा रहीं हैं तो लापरवाही कोरोना का संक्रमण फैला रही है। हालांकि सरकार ने युवा दिवस पर आयोजित होने वाला सूर्य नमस्कार कोरोना के बढ़ते मरीजों के चलते रद्द कर दिया। फिर भी भीड़भाड़ वाले आयोजन जारी हैं। और अब तो कयास लगाए जा रहे हैं कि कभी भी लॉकडाउन जैसी स्थिति बन सकती है। यह सोचकर चैन की सांस लेने की जरूरत नहीं है कि कोरोना इस बार मौत के मुंह में नहीं धकेल रहा है।

मौतें तो अभी भी कोरोना से हो ही रही हैं। आज हो सकता है कि कोरोनी चेतावनी दे रहा हो, तो कल काल बनकर टूट पड़े। बेहतर यही है कि हम लापरवाही न बरतें और सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क और सेनेटाइजर का प्रयोग सावधानी से करते रहें। और जिस तरह ठंड लगने पर गर्म कपड़े पहनकर, मफलर गले में डालकर और टोपी लगाकर राजा बाबू बन जाते हैं। और ज्यादा ठंड हो तो रजाई, कंबल में घुसने में देरी नहीं करते।

फिर मेल-मुलाकात के कार्यक्रम अनिश्चित काल के लिए स्थगित हो जाते हैं। उसी तरह ठंड से ज्यादा भयावह कोरोना का सम्मान करते हुए या उसके भय से ही सही जितना अतिआवश्यक है, उतना ही घर से निकलें। बाकी समय भीड़भाड़ में जाकर कोरोना को आमंत्रण देने में भलाई नहीं है। कोरोना का अति डरावना चेहरा हमने देख लिया है। और जहरीला नाग कब पलटी मार जाए, इसका कोई भरोसा नहीं करना चाहिए।

और कोरोना के संग खेल का खामियाजा हम इंसानों के हिस्से में ही आएगा। मौतें मातम में तब्दील होंगीं तो साइड इफेक्ट्स जीवन को कष्टकारी बनाए बिना नहीं रहेंगे। 12 दिसंबर 2021 को प्रदेश के आठ जिलों में 19 नए केस मिले थे और पॉजिटिविटी दर 0.03 प्रतिशत थी। तो एक माह बाद 12 जनवरी 2022 को 3639 नए केस मिले हैं, जिसमें ज्यादातर जिले कोरोना की जद में हैं तथा पॉजीटिविटी दर 4.5 प्रतिशत है।

यानि एक महीने में पॉजिटिविटी दर 150 गुना ज्यादा और मरीजों की संख्या 191 गुना ज्यादा। कल लगता था कुछ नहीं है, आज लग रहा है कुछ तो है और कल हो सकता है कि भयावह लगने लगे। सरकार ने कल थोड़ी पाबंदियां लगाई थीं, आज सूर्य नमस्कार रद्द किया तो कल फिर लॉकडाउन जैसी स्थितियां बन जाएं।

सरकारी आंकड़े देखें तो प्रदेश में 12 जनवरी तक कोविड-19 जॉच हेतु लिये गए कुल सैम्पलों की संख्या 24513460 है। कुल 810442 पॉजीटिव प्रकरण पाये गये जिनमें से 785496 कोविड-19 रोगी स्वस्थ हुए हैं तथा 10540 की मृत्यु हुई है। वर्तमान में एक्टिव प्रकरणों की संख्या 14406 है। 12.01.2022 को 1169 इंदौर, 572 भोपाल, 502 ग्वालियर, 280 जबलपुर, 136 सागर, 170 उज्जैन, 76 छतरपुर, 66 दमोह, 53 धार, 50 विदिशा, 48 शहडोल, 47 रतलाम, 40 होशंगाबाद, 33 रीवा, 28 सिवनी, 27 दतिया,26 टीकमगढ़, 25 शिवपुरी, 23 झाबुआ, 23 मुरैना, 19 छिंदवाड़ा, 19 खरगौन, 19 शाजापुर, 18 नरसिंहपुर,17 बड़वानी, 17 रायसेन, 15 अलीराजपुर, 15 खण्डवा, 13 बालाघाट, 13 बैतूल, 11 सतना, 9 बुरहानपुर, 9 मंडला, 7 अनूपपुर, 7 सिंगरौली, 6 निवाड़ी, 6 उमरिया, 5 भिंड, 5 सीहोर, 4 गुना, 3 मंदसौर, 3 राजगढ़, 2 अशोकनगर तथा देवास, डिंडोरी, नीमच में एक-एक नवीन पॉजिटिव प्रकरण पाए गए हैं, जिनकी कुल संख्या 3639 है व पॉजीटिविटी दर 4.5 प्रतिशत है। स्थिति सामने है और तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है। कभी भी अनियंत्रित होने से इंकार नहीं किया जा सकता।

मौसम पर नजर डालें तो मध्य प्रदेश में बुधवार को सबसे कम अधिकतम तापमान यानि सबसे ठंडा दिन पचमढ़ी, सिवनी, भिंड, ग्वालियर, रायसेन, धार और उज्जैन जबकि सबसे कम न्यूनतम तापमान यानि सबसे ठंडी रात उज्जैन, शाजापुर, रतलाम, धार, राजगढ़, गुना, अशोकनगर और नीमच में क्रमशः दर्ज की गई है। वर्तमान में पूर्वोत्तर राजस्थान के ऊपर पश्चिमी विक्षोभ समुद्र तल से 2.1 किमी व 5.8 किमी की ऊँचाई के मध्य सक्रिय है।

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इसके प्रभाव में पश्चिमोत्तर उत्तर प्रदेश के ऊपर प्रेरित चक्रवातीय परिसंचरण अभी भी सक्रिय है। साथ ही तमिलनाडु, दक्षिण-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी और दक्षिणी कोंकण क्षेत्रों में अन्य चक्रवातीय परिसंचरण, जबकि कर्नाटक से छत्तीसगढ़ तक ट्रफ लाइन विस्तृत है। तो 16 जनवरी से अगले पश्चिमी विक्षोभ के प्रभावी होने की संभावना बनी हुई है। यानि ठंडक से राहत मिलने की संभावना फिलहाल नहीं है। प्रदेश में कई संभाग और जिलों में शीतलहर का प्रकोप रहेगा।

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तो ठंड से भी बचने के सभी उपाय कीजिए। गर्म कपड़े पहनिए। और कोरोना से बचाव के भी सभी उपाय कीजिए। डॉक्टर और अस्पतालों को सेवा का मौका देने की वजह मत बनिए। अपनी सुरक्षा में ही दूसरों की भी सुरक्षा है। सो खुश रहिए और दूसरों के भी खुश रहने के साक्षी बनिए। कोरोना के संग खेल मत खेलो… स्थिति फिलहाल तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है, लापरवाही जारी रखी तो अनियंत्रित हो जाएगी…।