महाराष्ट्र में ‘मोदी’ की लाइन को आगे बढ़ाते ‘मोहन’…

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महाराष्ट्र में ‘मोदी’ की लाइन को आगे बढ़ाते ‘मोहन’…

कौशल किशोर चतुर्वेदी

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने महाराष्ट्र चुनाव-प्रचार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लाइन को आगे बढ़ाया है। जहां योगी आदित्यनाथ का ‘बंटोगे तो कटोगे’ बयान विवादों में घिरकर ‘महायुति’ को बांट और काट रहा है, वहीं डॉ. मोहन यादव ने ‘एक हैं तो सेफ है’ की अपील कर ‘महायुति’ को एक करने की दिशा में कदम बढ़ाया है। इससे पहले ‘मोदी’ के बाद ‘मोहन’ ने अपील की थी कि ‘साइबर अरेस्ट’ से डरें नहीं, रूकें, सोचें तथा एक्शन लें। अक्टूबर के आखिरी रविवार को ‘मन की बात’ में पीएम मोदी ने डिजिटल अरेस्ट के मामलों पर देशवासियों को सतर्क करते हुए धोखाधड़ी करने वालों से लोगों को सावधान किया था। पीएम मोदी ने स्पष्ट किया था कि डिजिटल अरेस्ट जैसी कोई व्यवस्था कानून में नहीं है। ये सिर्फ फ्रॉड है। तो इसके एक पखवाड़े बाद मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने पुलिस को प्रोत्साहित करने राज्य साइबर पुलिस मुख्यालय पहुंचकर अपील की थी कि डिजिटल अरेस्ट या अन्य साइबर क्राइम की स्थिति में तत्काल पुलिस को सूचित किया जाए। हमारी जागरूकता, साइबर जालसाजों का साहस के साथ सामना और पुलिस की त्वरित कार्रवाई से इन अपराधों से बचा जा सकता है। तो अब महाराष्ट्र चुनाव में मोदी की लाइन पर बढ़ते मोहन के कदम ‘महायुति’ को फायदा पहुंचाने वाले साबित हो सकते हैं।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 17 नवंबर 2024 को महाराष्ट्र के धुले जिले के शिंदखेड़ा में जनसभा एवं छत्रपति संभाजी नगर जिले के पैठानगेट में आयोजित सामाजिक बैठक में संवाद किया। उन्होंने अपील की है कि महाराष्ट्र का विकास अनवरत होता रहे, इसके लिए महायुति गठबंधन की सरकार बनाएं। तो उद्धव ठाकरे पर निशाना साधा कि वह सत्ता की भूख में सनातन संस्कृति को भूल गए हैं। और इस बात पर बल दिया कि ‘हम एक हैं तो सेफ हैं’। धर्म और सनातन संस्कृति की बातों से कांग्रेसियों की छाती पर सांप लोटते हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश सुरक्षित है और यह संस्कृति बचाने का चुनाव है।

तो मोहन ने गठबंधन की एकता पर बल दिया कि महाराष्ट्र की ‘महायुति सरकार’ छत्रपति शिवाजी का सपना साकार करने के साथ सनातन को आगे बढ़ाने का कार्य कर रही है। महाराष्ट्र का विकास अनवरत होता रहे, इसके लिए यहां ‘महायुति गठबंधन’ की सरकार बनाएं। तो राम-कृष्ण का स्मरण किया कि कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों को भगवान श्रीराम और श्रीकृष्ण से दिक्कत है। कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों ने भगवान श्रीराम के अस्तित्व को नकारा। हम धर्म के रास्ते पर चलने वाले लोग हैं। हम जब भी धर्म और अपनी सनातन संस्कृति की बातें करते हैं, तो कांग्रेसियों की छाती पर सांप लोट जाता है। स्वर्गीय बाला साहब ठाकरे जी ने अपना पूरा जीवन सनातन धर्म के उत्थान के लिए लगाया और अब उनके नाम पर राजनीति करने वाले सत्ता की भूख में सनातन संस्कृति को ही भूल गए। सत्ता के लिए कांग्रेस और उसके सहयोगी दल सनातन समाज को जातियों में बांटने का षड्यंत्र रच रहे हैं। आप सभी समझदार हैं, जातियों में बंटेंगे तो देश विरोधी ताकतें देश में और सक्रिय हो जाएंगे। फिर मोदी की लाइन कि ‘हम एक हैं तो सेफ हैं।’

तो धर्म और सनातन संस्कृति मोहन की ताकत हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस लाइन पर बात को आगे बढ़ाया कि भारतीय जनता पार्टी हर समाज वर्ग को साथ लेकर चलती है और सभी के विकास व कल्याण के लिए कार्य करती है। भाजपा सनातन संस्कृति को आगे बढ़ाने के लिए कार्य कर रही है। भारत का कोई भी व्यक्ति दुनिया के किसी भी देश में चला जाए और कह दे कि वह भगवान श्रीराम और श्रीकृष्ण की धरती से आया तो पूरी दुनिया के लोग पहचान जाते हैं कि यह व्यक्ति हिंदुस्तान से आया है। कृष्ण के साथ यदुवंशी मोहन गौ माता को नहीं भूलते। याद दिलाया कि महाराष्ट्र में महायुति की सरकार ने गोमाता को राजमाता का दर्जा दिया है तो कांग्रेस के पेट में दर्द हो रहा है। वह गोमाता को सम्मान देने का विरोध कर रहे हैं। 33 कोटि देवी-देवताओं के वास वाली गोमाता अपने बच्चे का पेट पालने के साथ मनुष्यों के बच्चों का पेट पालने के लिए दूध देती है। जो गोमाता का विरोध और अयोध्या में भगवान के श्रीराम के मंदिर बनने का विरोध, मथुरा में भगवान श्रीकृष्ण का मंदिर बने, उसके लिए कुछ नहीं किया ऐसी कांग्रेस पार्टी और उसके सहयोगी दलों को सबक सिखाएं।

यानि कि मोदी की लाइन पर चलना मुख्यमंत्री मोहन की प्राथमिकता में है। तो सनातन धर्म-संस्कृति, राम, कृष्ण और गौ माता मोहन के मन में समाए हैं। और इसी तरह मोहन यादव मोदी की लाइन पर आगे बढ़ने के साथ ही अपनी नई लाइन खींच चुके हैं…।