Vacant Post: सरकारी महकमों में रिक्त पदों को भरने 5 प्रतिशत की लिमिट समाप्त, 2029 तक मिशन मोड पर होगी भर्तियां
भोपाल:मध्यप्रदेश में सीधी भर्ती के रिक्त पदों को भरने पांच प्रतिशत की लिमिट को राज्य सरकार ने समाप्त कर दिया है अब वर्ष 2028-29 तक अगले विधानसभा चुनावो के पहले सभी रिक्त पदों को मिशन मोड में अभियान चलाकर भरा जाएगा।
वित्त विभग ने इसके लिए 13 अगस्त 2021 को जानी आदेश को स्थगित करते हुए सभी रिक्त पदों को भरने की प्रक्रिया विभागों को शुरु करने को कहा है। 30 अक्टूबर 2024 तक जो कार्यवाही की गई है वह निरस्त नहीं मानी जाएगी। प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय श्रेणी के सीधी भर्ती कि रिक्त पदों की गणना के लिए फार्मूला भी वित्त विभाग ने तय कर दिया है।एक अप्रैल 2024 की स्थिति में रिक्त सीधी भर्ती के पदों की गणना प्रत्येक संवर्ग में की जाएगी इसमें कर्मचारी चयन मंडल, एमपीपीएससी और अन्य संस्थाओं में प्रचलन में जो पद है उन्हें रिक्त पदों की गणना में शामिल नहीं किया जाएगा। ऐसे तेरह प्रतिशत पद जो पिछड़ा वर्ग के लिए अंतिम परीक्षा परिणाम के उपरांत रोके गए है उनको भी रिक्त पदों की गणना में नहीं लिया जाएगा।
ऐसे संवर्ग जिनमें रिक्त पदों की संख्या एक से पचास तक है उनकी पूर्ति दो चरणों में होगी पचास प्रतिशत पद इसी वित्तीय वर्ष में और शेष अगले साल भरे जाएंगे जहां 51 से 200 तक रिक्त पद है वहां तीन चरणों में पदों की पूर्ति की जाएगी सीधी भर्ती के पद यदि गणना में 33 प्रतिशत से कम है तो एक बार में रिक्त पद भरे जाएंगे 33 प्रतिशत से ज्यादा या 66 से कम है तो इस साल 8 प्रतिशत, अगले वर्ष 46 और उसके अगले वर्ष 46 प्रतिशत पद भरे जाएंगे यदि 66 प्रतिशत से अधिक है तो इस साल 8 प्रतिशत, अगले साल 31 और उसके अगले साल 31 प्रतिशत तथा वर्ष 2-28 में 30 प्रतिशत पद भरे जाएंगे।
रिक्त पदों की संख्या दो सौ से अधिक होंने पर 25 प्रतिशत से कम संख्या होंने पर एक बार में रिक्त पद भरे जाएंगे। यदि 25 प्रतिशत से अधिक और पचास प्रतिशत से कम है तो इस साल 8, अगले साल 46 और उसके बाद वाले वर्ष में 46 प्रतिशत पद भरे जाएंगे पचास से 75 प्रतिशत पद होंने पर इस साल 8, अगले साल 31 और उसके अगले वर्ष 31 प्रतिशत तथा वर्ष 2-28 में तीस प्रतिशत पद भरे जाएंगे। यदि 75 प्रतिशत से अधिक पद है तो इस साल आठ प्रतिशत और उसके अगले चार वर्षो में 23-23 प्रतिशत पद भरे जाएंगे।
डाइग संवर्ग में कोई भर्ती नहीं होगी। अनुबंधित वाहनों के लिए वाहन चालको के पद पर सीधी भर्ती नहीं होगी यदि स्वयं के वाहन विभागों के पास है तो वे आउटसोर्स से सेवाएं लेकर इन वाहनों को चलाने पर विचार करेंगे। चतुर्थ श्रेणी के पद भी आउटसोर्स से भरे जाएंगे।