Most Expensive Expressway : देश का सबसे महंगे सफर वाला एक्सप्रेसवे, प्रति किमी लगते हैं ₹3.36 जो सबसे ज्यादा!
मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे को बनने में 22 साल लग गए और ₹16.3 हजार करोड़ की लागत आई!
Mumbai : मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे देश का सबसे महंगी सड़क है। यहां टोल टैक्स देने के लिए फास्टैग में तगड़ा रिचार्ज करवाना होता है। यहां कार के लिए एक तरफ से ₹3.36 का टोल देना पड़ता है। इस लिहाज से देखा जाए तो इस एक्सप्रेसवे पर प्रति किलोमीटर का टोल अन्य टोल से 1 रुपए ज्यादा पड़ता है। देश के अन्य एक्सप्रेसवे का औसत टोल किराया देखें, तो यह करीब ₹2.40 प्रति किमी पड़ता है। यहां चलने वालों को हर किलोमीटर के लिए 1 रुपये ज्यादा चुकाने पड़ते हैं।
यह देश का सबसे महंगा और सबसे व्यस्त एक्सप्रेसवे मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे है। इसे देश का सबसे पुराना और पहला एक्सप्रेसवे भी माना जाता है। मुंबई को पुणे से जोड़ने वाली यह सड़क देश की पहली 6 लेन की सड़क है।
सबसे पहला एक्सप्रेसवे
2002 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी ने मुंबई पुणे एक्सप्रेस का निर्माण करवाया था। दो व्यस्त शहरों को जोड़ने वाला ये एक्सप्रेसवे सबसे महंगा रास्ता है। यानी इस रास्ते पर सफर के लिए आपको अपनी जेब काफी ढ़ीली करनी पड़ेगी। ये एक्सप्रेस वे समय तो बचाता है, लेकिन जेब पर बोझ भी डालता है। भले ही टोल ज्यादा लगे, लेकिन समय बचाने के लिए लोग इस एक्सप्रेसवे का जमकर इस्तेमाल करते हैं।
सबसे पुराना एक्सप्रेसवे
मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे को बनने में 22 साल लग गए। हालांकि इसके कुछ भाग को साल 2000 में ही ट्रैफिक के लिए शुरू कर दिया था। इसकी सबसे बड़ी खासियत है कि वो समय की बचत करता है। इसकी लंबाई महज 94.5 किलोमीटर है। यह सड़क नवी मुंबई के कलमबोली इलाके से शुरू होती है और पुणे के किवाले में समाप्त होती है। इसका निर्माण एनएचएआई ने नहीं, बल्कि महाराष्ट्र स्टेट रोड डेवलपमेंट कॉरपोरेशन ने किया है। इस एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ 3-3 लेन की कंक्रीट की सर्विस लेन भी बनाई गई है।
इस एक्सप्रेसवे को बनाने में आया खर्च
इस एक्सप्रेसवे को बनाने में करीब 16.3 हजार करोड़ की लागत आई थी। एक्सप्रेसवे के शुरू होने से मुंबई और पुणे के बीच सफर का समय 3 घंटे से घटकर महज 1 घंटे का रह गया। इसका मतलब है कि वाहन चालकों के एक तरफ से ही 2 घंटे का समय बच जाता है। इस एक्सप्रेसवे ने दोनों शहरों के बीच रोजाना अप-डाउन करने वालों की संख्या भी बढ़ा दी। सह्याद्री पर्वत शृंखला को पार करते इस एक्सप्रेसवे की खूबसूरती देखते ही बनती है। इस पहाड़ी को पार करने के लिए टनल और अंडरपास बनाए गए हैं। एक्सप्रेसवे पर वाहनों की अधिकतम स्पीड 100 किलोमीटर प्रति घंटे है।