सुर संगम प्रतियोगिता का एक लाख का सुरश्री अवार्ड मिला जयपुर की रिया मैती को, 50 हजार का गणेश राणा स्मृति पुरस्कार मिला दिल्ली के नीलाद्री चार्ल्स को

35वें राष्ट्रीय युवा समारोह के अन्तिम दिन दिए गए अनेक नकद इनाम

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सुर संगम प्रतियोगिता का एक लाख का सुरश्री अवार्ड मिला जयपुर की रिया मैती को, 50 हजार का गणेश राणा स्मृति पुरस्कार मिला दिल्ली के नीलाद्री चार्ल्स को

नई दिल्ली/जयपुर। सुर संगम संस्थान और जवाहर कला केंद्र की ओर से कला एवं संस्कृति विभाग के सहयोग से जयपुर में आयोजित किए गये 35वें राष्ट्रीय युवा संगीत समारोह के तीसरे और अन्तिम दिन विभिन्न विधाओं में अव्वल रहे कई युवा सुर साधकों ने अपने हुनर का जमकर प्रदर्शन किया। इस मौके पर कलाकारों ने राग शुद्ध सारंग, शुद्ध बिलावल और बनारसी ठुमरी के अलावा ग़ज़ल और लोक गीत आदि को पूरी तैयारी और मनोयोग के साथ प्रस्तुत किया।

मेगा फाइनल के बाद सुर संगम के राष्ट्रीय अध्यक्ष के.सी. मालू ने पुरस्कारों की घोषणा की। गायन के सभी रूपो में अपना कौशल दिखाकर निर्णयकों को प्रभावित करने वाली जयपुर की रिया मैती को को इस साल सुर संगम का एक लाख रूपए का सुरश्री अवार्ड प्रदान किया गया।

के सी मालू ने बताया कि सुर संगम के इस अभियान में 21 साल बाद जयपुर की प्रतिभा ने सुरश्री अवार्ड जीता।

इसके अलावा गणेश राणा की स्मृति में दिया जाने वाला 50 हजार का बेस्ट मेल सिंगर अवार्ड दिल्ली के नीलाद्री चार्ल्स को दिया गया।

विभिन्न श्रेणियों में प्रथम रहने वाली प्रतिभाओं को अमेरिका निवासी निर्मल तारा सेठिया की ओर से पच्चीस-पच्चीस हजार के चार पुरस्कार प्रदान किए गए। इन पुरस्कारों के हकदार बने सुगम संगीत में वाराणसी की तनुश्री मिश्रा, लोक संगीत में सोजत राजस्थान की कविता भाटी, सेमी क्लासिकल में सतना मध्यप्रदेश की आरती शुक्ला तथा शास्त्रीय गायन में गढ़ हिंगलाज महाराष्ट्र के अर्नव महिंद्रा बुआ को दिया गया।

इसी तरह विभिन्न विधाओं में द्वितीय रहने वाली प्रतिभाओं को निर्मल तारा सेठिया की ओर से 10-10 हजार के चार अवार्ड दिए गए। ये अवार्ड सुगम गायन में आगरा के डा. जस सतसंगी, लोक संगीत में थानवाला के हनुमान सारस्वत, सेमी क्लासिकल में नीमच मध्यप्रदेश के थगत शर्मा तथा शास्त्रीय गायन में जलालाबाद पंजाब के अमोल सचदेव को प्रदान किया गया।

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विजेताओं को सुरसंगम के राष्ट्रीय अध्यक्ष के.सी मालू, सचिव मुकेश अग्रवाल, पदमश्री पिनाज़ मसानी, डॉ. प्रेम भंडारी और संस्था के उपाध्यक्ष सी.एल. अग्रवाल ने सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन आर.डी. अग्रवाल ने किया।