
Ammonia Gas Leak : इंदौर बायपास पर टैंकर से अमोनिया गैस का रिसाव, 3 घंटे दहशत!
Indore : सोमवार को बायपास पर सेज यूनिवर्सिटी के पास अमोनिया गैस से भरे एक टैंकर से गैस का रिसाव हो गया। इस घटना से आसपास के इलाकों में दहशत फैल गई। लेकिन, प्रशासन की मुस्तैदी की वजह से जयपुर जैसा हादसा टाल दिया गया है। पुलिस, फायर ब्रिगेड और एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया, जो लगभग तीन घंटे तक चला। पीथमपुर से विशेषज्ञ बुलाए गए और टैंकर का दूसरा वाल्व खोलकर गैस को पानी के साथ बहाया गया। इस दौरान कुछ पुलिसकर्मियों और अन्य लोगों को सांस लेने में तकलीफ हुई, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।
घटना दोपहर लगभग 3:20 बजे हुई, जब एक दूसरे वाहन की टक्कर से टैंकर का वाल्व टूट गया और अमोनिया गैस रिसने लगी। टैंकर में लगभग 5000 लीटर अमोनिया गैस थी, जिसमें 70% अमोनिया और 30% पानी था। गैस रिसाव की सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन हरकत में आया। बायपास पर पुल के ऊपर से वाहनों की आवाजाही रोक दी गई। फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और रिस रही गैस पर पानी डालना शुरू किया।

अमोनिया गैस फैलने की थी आशंका थी
अमोनिया गैस ज्वलनशील नहीं होती, इसलिए आग लगने का खतरा नहीं था। फिर भी, फायर ब्रिगेड ने पानी की बौछार से गैस को हवा में फैलने से रोकने की कोशिश की। इस दौरान वहां मौजूद पुलिसकर्मियों और अन्य लोगों को आंखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ होने लगी। कुछ लोगों ने मास्क लगाए, जबकि कुछ ने गीले रुमाल से अपना चेहरा ढंका। गनीमत रही कि घटनास्थल के पास कोई रिहायशी इलाका नहीं था, सिर्फ सेज यूनिवर्सिटी नजदीक थी।
गैस को पानी की मदद से निकाला गया
पलटे टैंकर में मौजूद अमोनिया गैस का उपयोग रेफ्रिजरेटर, एसी और सफाई के काम में होता है। टूटे हुए वाल्व से गैस धीरे-धीरे रिस रही थी, इसलिए टैंकर को जल्दी खाली करने के लिए उसी तरह के टैंकर चलाने वाले ड्राइवर और कर्मचारियों की मदद ली गई। उनकी मदद से टैंकर का दूसरा वाल्व खोला गया। लगभग 6:30 बजे तक टैंकर पूरी तरह खाली हो गया। इसके बाद उसे क्रेन से हटाकर सड़क के किनारे रख दिया।
घटना संभालने में पुलिस ने सूझबूझ दिखाई
इस रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान पुलिस ने काफी सूझबूझ से काम लिया। राऊ गोल चौराहा से आने वाला ट्रैफिक रोक दिया गया और देवास से आने वाले ट्रैफिक को भी डायवर्ट कर दिया गया। पुलिसकर्मी पूरे रास्ते पर पेट्रोलिंग करते रहे। लोगों को घटनास्थल से दूर रखा गया और रील बनाने वालों को भी खदेड़ दिया गया। पीथमपुर से मैकेनिक बुलाए गए, जिन्होंने टैंकर का दूसरा वाल्व खोला और पानी के साथ गैस को बहाया। गैस खत्म होने पर टैंकर को टोचन कर हटाया गया।
अमोनिया 500 मीटर तक फैल गई
गैस की तेज दुर्गंध 500 मीटर तक फैल गई थी। रेस्क्यू ऑपरेशन में शामिल एसीपी रुबिका मिजवानी सहित 15 पुलिसकर्मियों और वाहन चालकों को आंखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ होने पर चोइथराम अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया। लेकिन, किसी को भी ज्यादा परेशानी नहीं हुई।





