बीमा कंपनियों ने 2 साल में वसूला 3510 करोड़ का फसल बीमा प्रीमियम, दावा भुगतान मात्र 764 करोड़

PM फसल बीमा योजना किसानों के लिए कम, बीमा कंपनियों के लिए ज्यादा मुनाफे का सौदा साबित हो रही है!

2559

बीमा कंपनियों ने 2 साल में वसूला 3510 करोड़ का फसल बीमा प्रीमियम, दावा भुगतान मात्र 764 करोड़

 

भोपाल: मध्यप्रदेश में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना किसानों के लिए कम बीमा कंपनियों के लिए ज्यादा मुनाफे का सौदा साबित हो रहा है। पिछले दो वर्षो में फसल बीमा करने वाली विभिन्न कंपनियों ने किसानों, राज्य और केन्द्र सरकारों से बीमा प्रीमियम के रुप में 3510 करोड़ 28 लाख 90 हजार रुपए का प्रीमियम वसूला बदले में प्रदेशभर में किसानों को हुई फसल नुकसान के लिए बीमा कंपनियों ने दावा राशि के रुप में केवल 764 करोड़ 133 लाख रुपए का भुगतान किया है। यह दावा राशि का भुगतान 22 लाख 23 हजार 338 किसानों को किया गया है।
कृषि मंत्री एदल सिंह कंसाना ने विधायक महेश परमार के सवाल के लिखित जवाब में यह जानकारी दी है। परमार ने पूछा था कि मध्यप्रदेश में बीमा कंपनियों ने खरीफ और रबी की फसलों के लिए बीमा राशि की प्रीमियम के रुप में वर्ष्ज्ञ 23-24 और 24-25 में किसानों से , राज्य सरकार से और केन्द्र सरकार से बीमा प्रीमियम के रुप में कितनी राशि प्राप्त की। दोनो वर्षो में किसानों को कितनी क्षतिपूर्ति दावा राशि का भुगतान किया गया । उन्होंने किसानों को जिलेवार भुगतान की राशि अलग-अलग मदों में कितनी की गई इसकी जानकारी भी मंत्री से मांगी थी।
कृषि मंत्री ने जवाब में बताया कि वर्ष 2023-24 में खरीफ और रबी मौसम में 1 करोड़ 77 लाख 95 हजार 826 किसानों ने बीमा कराने आवेदन किया थ। इनसे प्रीमियम के रुप में 653 करोड़ 98 लाख रुपए की प्रीमियम किसानों के अंश के रुप में प्राप्त हुई। राजयांश के रुप में बीमा कंपनियों को 1040 करोड़ 6 लाख रुपए और केन्द्रांश के रुप में प्रीमियम के रुप में 815 करोड़ 81 लाख रुपए प्राप्त हुए थे। इस अवशि में 22 लाख 23 हजार 338 किसानों को दावा राशि के रुप में 764 करोड़ Þ133 लाख रुपए का भुगतान किया गया। वहीं वर्ष 2024-25 में खरीफ और रबी फसलों के लिए 1 करोड़ 79 लाख 61 हजार 905 किसानों ने बीमा कराने आवेदन दिया था। किसानों से बीमा प्रीमियम अंश के रुप में 1304 करोड़ 90 लाख रुपए प्रीमियम राशि बीमा कंपनियों ने ली। राज्यांश के रुप में 39 करोड़ 50 लाख और केन्द्रांश के रुप में कोई राशि बीमा कंपनियोें को अभी प्राप्त नहीं हुई है। इस साल में अब तक किसी भी किसान को दावा राशि का भुगतान नहीं किया गया। इस तरह दो वर्षो में 3 करोड़ 57 लाख 57 हजार 731 किसानों ने आवेदन किया और किसानों से प्रीमियम के रुप में 1304 करोड़ 90 लाख रुपए लिये गये। बीमा कंपनियों को राज्यांश के रुप में 1389 करोड़ 56 लाख रुपए प्राप्त हुए थे। केन्द्रांश के रुप में 815 करोड़ 81 लाख रुपए मिले है। वहीं केवल 22 लाख 23 हजार 338 किसानों को 764 करोड़ 13 लाख रुपए का दावा भुगतान किया गया।
मंदसौर, सिवनी, बैतूल और छिंदवाड़ा में सर्वाधिक दावा भुगतान-
वर्ष 23-24 के दौरान बैतूल जिले में 59 करोड़ 68 लाख रुपए का भुगतान 50 हजार 764 किसानों को और छिंदवाड़ा में 55 करोड़ 385 करोड़ का दावा भुगतान 1 लाख 30 हजार 516 किसानों को किया गया। मंदसौर में सर्वाधिक 2 लाख 60 हजार 583 किसानों को 85 करोड़ 461 लाख रुपए और सिवनी में 1 लाख 13 हजार 301 किसानों को 71 करोड़ 998 लाख रुपए का भुगतान किया गया है।