

Collector’s Guideline 2025-26: आपत्ति-सुझाव देने बचे सिर्फ 2 दिन, जनप्रतिनिधियों ने जताया विरोध
भोपाल: जिला मूल्यांकन समिति ने गुरुवार को वित्तीय वर्ष 2025-26 की कलेक्टर गाइडलाइन पर चर्चा कर प्रस्ताव तैयार किया है। प्रस्तावित गाइडलाइन में राजधानी की 2,885 लोकेशंस में से 1,283 में जमीनों के भाव में 18 प्रतिशत की औसत वृद्धि की जा रही है। कई लोकेशंस पर जमीनों के भाव में 2 से 4 गुना तक की वृद्धि प्रस्तावित है। इस पर एक तरफ जहां लोगों को इस संबंध में दावे-आपत्ति प्रस्तुत करने के लिए मात्र दो दिन का समय मिला है। वहीं, दूसरी तरफ स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने जमीनों के दाम बढ़ाने पर नाराजगी जाहिर की है।
बताया जा रहा है कि जिला प्रशासन के तत्वावधान में जिला मूल्यांकन समिति ने गुरुवार को प्रस्ताव पर चर्चा की। इसके बाद लगातार तीन दिन अवकाश होने के कारण इस पर दावे-आपत्ति दर्ज नहीं हो सकी। कई लोगों ने आॅनलाइन कलेक्टर गाइडलाइन नहीं खुलने के आरोप लगाए। ऐसे में अब सोमवार और मंगलवार को ही लोग इस संबंध में दावे-आपत्ति दर्ज करा सकते हैं। बुधवार को भी रंगपंचमी के अवसर पर शासकीय अवकाश होने के कारण इस संबंध में कठिनाई जाएगी।
*पहले भी किया था विरोध, अब फिर से तर्ज कराई नाराजगी*
सांसद आलोक शर्मा ने पिछले साल नवंबर में साल की दूसरी कलेक्टर गाइडलाइन का भी विरोध किया था। इस वजह से गाइडलाइन को टाल दिया गया था। कलेक्टर गाइडलाइन के प्रस्ताव पर सभी जनप्रतिनिधियों से सुझाव नहीं लेने को लेकर सांसद आलोक शर्मा ने नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि शहर से जुड़े इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर सभी जनप्रतिनिधियों के सुझाव लिए जाने चाहिए। उन्होंने जिला मूल्यांकन समिति के सदस्य और विधायक भगवानदास सबनानी से इस पर विचार करने को कहा है।
राजधानी में पहली बार ग्रामीण इलाके में भी रिकार्ड बढ़ोत्तरी का प्रस्ताव
भोपाल के इतिहास में पहली बार ऐसा हो रहा है कि पंजीयन विभाग ने शहरी क्षेत्र के अलावा ग्रामीण इलाकों में भी प्रॉपर्टी के दामों में रिकार्ड बढ़ोत्तरी करने का प्रस्ताव तैयार किया है। इन इलाकों में 10 से लेकर 300 फीसदी तक जमीनों के दाम बढ़ाने की सिफारिश की गई है। इसमें सबसे महंगा कोलार और हुजूर तहसील के इलाके हैं। इसमें झागरिया खुर्द में जहां 316 और बड़झिरी में 200 फीसदी तक जमीनों के दाम बढ़ाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। साथ ही मुगालिया कोट में 175 और पिपलिया जाहीरपीर में 140 फीसदी रेट बढ़ाए जा रहे हैं।