सियासी हालातों ने मुसलमानों को खलनायक बना रखा है।हम कौन से परिवार में जन्में, यह ईश्वर या उन्हें अल्लाह कहो वह तय करते है। इंसानियत ही मानव धर्म है जो कि हर धर्म की बुनियाद है।
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— digvijaya singh (@digvijaya_28) January 26, 2022
सभी धर्मों में अच्छे व बुरे लोग होते हैं। व्यक्ति बुरा हो सकता है पूरा वर्ग या समूह बुरा नहीं हो सकता।
इसलिए सभी धर्मों का सम्मान करो।
भारत को आज़ादी की लड़ाई लड़ने में हिंदू मुसलमान सिक्ख ईसाई पारसी सभी का योगदान रहा है।#हम_सिर्फ_हिन्दुस्तानी #हम_सब_एक_हैं#WeAreIndiansFirst— digvijaya singh (@digvijaya_28) January 26, 2022
Bhopal : दिग्विजय सिंह की ट्वीट पॉलिटिक्स करने की अपनी अलग अदा है। वे असंदर्भित विषयों पर ऐसा ट्वीट कर देते हैं कि भाजपा के नेता उसके नए मतलब निकालकर उन पर हमले करना शुरू कर देते हैं।
कल उन्होंने मुसलमानों पर दो ट्वीट क्या किए, उसके नए मतलब निकाले गए और जवाबी हमले बोले गए। गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने आज दिग्विजय सिंह की घेराबंदी की और इसे गुलाम नबी आजाद को पद्म सम्मान दिए जाने से जोड़कर जवाबी बयान दिया।
दिग्विजय सिंह का पहला ट्वीट था ‘सियासी हालातों ने मुसलमानों को खलनायक बना रखा है। हम कौन से परिवार में जन्में, यह ईश्वर या उन्हें अल्लाह कहो वह तय करते है। इंसानियत ही मानव धर्म है जो कि हर धर्म की बुनियाद है। मेरे कई मित्र और परिचित भी यही बात करते हैं।’
दूसरा ट्वीट था ‘सभी धर्मों में अच्छे व बुरे लोग होते हैं। व्यक्ति बुरा हो सकता है पूरा वर्ग या समूह बुरा नहीं हो सकता। इसलिए सभी धर्मों का सम्मान करो। भारत की आजादी की लड़ाई लड़ने में हिंदू, मुसलमान, सिख, ईसाई, पारसी सभी का योगदान रहा है।’
BJP का जवाब हमला
इन दोनों ट्वीट के जवाब में गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा ‘आजादी के बाद से अब तक कांग्रेस मुसलमानों को अलग-थलग करने का काम करती रही है। गुलाम नबी आजाद को पद्म भूषण क्या मिला दिग्विजय सिंह को मुसलमानों में खलनायक नजर आने लगे हैं। आजादी के बाद से अब तक कांग्रेस मुसलमानों को अलग-थलग करने की नीति पर चलती रही है।
कश्मीर से 370 धारा हट गई! तीन तलाक जैसे मामलों में निर्णय हो गए। अब पता चल रहा है, कि उत्तर प्रदेश में भी मुस्लिम समर्थन कांग्रेस के पास नहीं है। इस तरह की अलगाववादी बातें दिग्विजय सिंह जी जानबूझकर करते हैं। उनकी शुरू से कोशिश रही है कि मुसलमानों को कैसे भयभीत रखा जाए और अलग-थलग रखा जाए।
मेरी मान्यता है कि इसमें दिग्विजय सिंह अभी तक तो सफल नहीं हुए, आगे भी सफल नहीं होंगे। जिस तरह पश्चिम बंगाल में कांग्रेस को इन्हीं बातों से छोड़ दिया गया, उत्तर प्रदेश में भी मुस्लिम कांग्रेस को वोट नहीं करने वाले, ये वोटों की राजनीति बंद करें।’