Counterattack : मेरे विरूद्ध लगाए गए आरोप निराधार हैं, बेवजह किया जा रहा मुझे बदनाम!

991

Counterattack : मेरे विरूद्ध लगाए गए आरोप निराधार हैं, बेवजह किया जा रहा मुझे बदनाम!

मामला समाज की राशि में अमानत में खयानत का!

Ratlam : श्री विश्वकर्मा जांगीड़ समाज मारवाड़ा के सदस्यों का समाज की राशि 4 लाख रुपए की अमानत में खयानत मामले में प्रतिदिन उबाल आता जा रहा है। मंगलवार को समाज के सदस्यों ने पूर्व अध्यक्ष रमेश शर्मा के विरुद्ध 4 लाख रुपए की हेरा-फेरी करने का आरोप लगाते हुए पुलिस उपमहानिरीक्षक तथा एसपी को ज्ञापन दिया था।

इसके उपरांत पूर्व अध्यक्ष रमेश शर्मा ने पलटवार करते हुए एक बयान जारी किया हैं कि श्री विश्वकर्मा जांगीड़ ब्राह्मण समाज मारवाड़ा अध्यक्ष जनक नागल द्वारा जो मुझ पर आरोप लगाए हैं कि समाज के ट्रस्ट के खाते में अध्यक्ष रहते हुए मैंने रुपए निकाल लिए हैं यह आरोप एकदम निराधार हैं इनके द्वारा मेरा कार्यकाल वर्ष 2012- 2015 तक बताया गया हैं और मेरे अध्यक्ष पद से हटने के 3 वर्ष बाद रुपए की हेराफेरी के आरोप लगाए गए हैं।

इन आरोपों के सम्बंध में, मैं यह पूछना चाहता हुं कि इन्होंने यह क्यों नहीं बताया कि श्री विश्वकर्मा जांगिड़ ब्राह्मण समाज मारवाड़ा ट्रस्ट मंदिर के अध्यक्ष पद पर रहते हुए जब मेरा कार्यकाल 2015 में समाप्त हो चुका था तो फिर वर्ष 2015- 2018 तक उक्त ट्रस्ट की जवाबदारी किसके पास थी? और जब वर्ष 2018 में यह ट्रस्ट के अध्यक्ष बने तो मेरे द्वारा वर्ष 2018 में ट्रस्ट मंदिर से सम्बंधित सारे दस्तावेज, बैंक खाता की जानकारी और दायित्व इन्हें सौंप चुका था तो फिर यह पिछले 6 वर्ष से अधिक से समय से नागल चुप क्यों रहें? इनके द्वारा तत्काल कार्यवाहीं क्यों नहीं की गई?

रमेश शर्मा ने बताया कि ट्रस्ट संचालन के लिए पुरी कार्यकारिणी गठित होती हैं और ट्रस्ट के बैंक खाते से लेन-देन अध्यक्ष, सचिव एवं कोषाध्यक्ष के हस्ताक्षर के बगैर कोई लेनदेन नहीं होता हो सकता हैं तो फिर शेष 2 अन्य पदाधिकारियों के विरुद्ध आरोप क्यों नहीं? और उक्त खाते में वर्ष 2018 तक इतनी राशी किसी भी समाज के व्यक्ति द्वारा जमा नहीं की गई है और वर्ष 2018 तक समाज में इस खाते का बैंक बैलेंस लगभग 50 हजार रूपए से ज्यादा नहीं रहा हैं।

नागल हाऊसिंग बोर्ड के मामले में जालसाजी के प्रकरण का हवाला दे रहें है तो मैं यह बताना चाहता हुं कि उक्त मामला वर्ष 2016 जनवरी का हैं और में उक्त मामले में 15 माह तक जेल में रहा और वर्ष 2017 मई में जेल से जमानत पर बाहर आ चुका था उक्त मामला फिलहाल कोर्ट में विचाराधीन है उक्त मामले में से कुछ प्रकरणों में माननीय न्यायालय मुझे बरी भी कर चुकी है।

शर्मा ने बताया कि कतिपय समाज अध्यक्ष जनक नागल नाहरपुरा गली नम्बर 1 रतलाम स्थित समाज की प्रापर्टी (भूखण्ड) को समाज की बिना सहमति व बिना जानकारी से अवैधानिक रूप से बेचना जा रहें थे और जिसकी शिकायत मेरे और समाज के वरिष्ठजनों द्वारा शहर एसडीएम महोदय को दिसम्बर 2024 में लिखित में दी गई थी। जिससे श्रीमान महोदय ने हमारी आपत्ति को सही मानते हुए भुखंड बेचने की अनुमति निरस्त कर दी गई थी और अभी पिछले दिनों 25 मार्च 2025 को जिलाधीश महोदय रतलाम की जनसुनवाई में अध्यक्ष और कार्यकारिणी एवं ट्रस्ट के चुनाव करवाने को लेकर समाजजनों द्वारा एक आवेदन पत्र दिया था। आवेदन में वर्तमान समय में संचालित श्री विश्वकर्मा जांगीड़ ब्राह्मण समाज (मारवाड़ी) मंदिर ट्रस्ट अध्यक्ष सहित पूरी कार्यकारिणी को भंग कर नई कार्यकारिणी के चुनाव करवाने हेतु मांग की गई थी।

जैसा कि रमेश शर्मा ने बताया कि विदित हो कि जनक नागल आपराधिक प्रवृत्ति का हैं और इसके विरूद्ध पूर्व में कई प्रकरण रह चुके है और अभी भी कुछ समय पूर्व पैलेस रोड़ स्थित एक मकान का फर्जी एग्रीमेंट कर उससे बेचने का प्रयास कर रहा था तब उक्त प्रापर्टी के मालिक को जानकारी लगने पर इसके खिलाफ शिकायत हुई थी और यह अपनी राजनीतिक पकड़ की वजह से वहां पर रहने वाले परिवारजनों को जबरन मकान खाली करने के लिए धमकाता रहता है। जिसके मामले में उक्त प्रापर्टी के मालिक का इसके साथ विवाद हुआ था जिसका विडियो सोशल मीडिया पर जारी हो चुका है। उक्त व्यक्ति द्वारा समाज की जो प्रापर्टी अवैध रूप से बेची जा रहा हैं उस मामले में मेरे द्वारा हस्तक्षेप करने पर उक्त व्यक्ति द्वारा मुझे बेवजह बदनाम किया जा रहा हैं। आरोप और प्रत्यारोप के इस सामाजिक मामले में फिलहाल कोई एफआईआर दर्ज नहीं हुई हैं सिर्फ आरोप और खंडन के शब्दबाण चलाएं जा रहें हैं।

क्या कहते हैं अध्यक्ष!

हमने पुलिस को रमेश शर्मा के विरुद्ध कार्रवाई हेतु समाजजनों के साथ ज्ञापन दिया हैं एक दो दिन में शर्मा के विरुद्ध एफआईआर दर्ज होगी और वह जेल जाएंगे समाज का रुपया हड़पने नहीं देंगे!
जनक नागल!
अध्यक्ष समाज!

क्या कहते हैं अधिकारी!

मामले पुलिस पड़ताल कर रही हैं बैंक खाते की डिटेल भी मंगवाई गई हैं, कहा नहीं जा सकता कि दोषी कौन हैं सामाजिक मामला है। फिलहाल कोई एफआईआर दर्ज नहीं हुई हैं।
रविन्द्र दंतोडिया
थाना प्रभारी दीनदयाल नगर!