Release of Satirical Novel : हरि जोशी के व्यंग्य उपन्यास ‘वैश्विक कुत्ता कथा’ का लोकार्पण और विमर्श!

मुख्य अतिथि हरीश पाठक ने कहा 'हरि जोशी के मायने हैं जोखिम!'

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Release of Satirical Novel : हरि जोशी के व्यंग्य उपन्यास ‘वैश्विक कुत्ता कथा’ का लोकार्पण और विमर्श!

Mumbai : हरि जोशी देश के शिखर व्यंग्यकारों में हैं जो लिखने के अपराध में निलम्बित भी हुए और उन पर मानहानि का मुकदमा भी चला। हरि जोशी के मायने है जोखिम, खुद्दारी और लेखन के प्रति समर्पण।’ यह विचार कथाकार, पत्रकार हरीश पाठक ने प्रेस क्लब में हिंदी अकादमी द्वारा आयोजित हरि जोशी के व्यंग्य उपन्यास ‘वैश्विक कुत्ता कथा’ के लोकार्पण व विमर्श पर आयोजित कार्यक्रम में व्यक्त किए। वे कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे और अध्यक्षता डॉ करुणाशंकर उपाध्याय ने की।

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डॉ उषा मिश्र ने उपन्यास की विस्तृत समीक्षा करते हुए कहा कि आज के सामाजिक तानेबाने में लोग अकेले हो रहे हैं। अकेलेपन का दुख अकथनीय है। लोग बेघर हो रहे हैं,कुत्ते नहीं। ‘डॉ रमेश यादव ने कहा कि हरि जी के व्यंग्य की धार तीर की तरह चुभती है।’ हरि जोशी ने अत्यंत भावुक होते हुए कहा कि मेरे मन मे किसी के प्रति कभी कोई दुर्भावना नहीं रही।यही मेरे लेखन का आधार है।

कार्यक्रम का संचालन प्रख्यात कवि पवन तिवारी ने व संयोजन रामकुमार ने किया। इस मौके पर कथाकार मंजू श्री, अभिनेत्री श्रुति भट्टाचार्य, डॉ अंजू शर्मा, पल्लवी रानी, राजेश विक्रांत, हैरान जौनपुरी, रामस्वरूप साहू, ताराचंद मकसाने, पल्लवी रानी, संजय रोकड़े सहित कला, साहित्य,संस्कृति से जुड़े तमाम लोग उपस्थित थे।