Bomb Threat on Train : कामायनी एक्सप्रेस में बम की सूचना से खंडवा रेलवे स्टेशन पर हड़कंप!

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Bomb Threat on Train : कामायनी एक्सप्रेस में बम की सूचना से खंडवा रेलवे स्टेशन पर हड़कंप!

भोपाल कंट्रोल रूम से आया कॉल, एक घंटे तक चली जांच में कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली!

Khandwa : शनिवार दोपहर खंडवा रेलवे स्टेशन पर उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब भोपाल कंट्रोल रूम से एक संदिग्ध कॉल आया। कॉल में कहा गया ‘हेलो हेलो 123 … हेलो खंडवा … कामायनी एक्सप्रेस में बम है।’ इस सूचना ने रेलवे और सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट मोड पर ला दिया। जैसे ही यह संदेश खंडवा जीआरपी को प्राप्त हुआ, तत्काल जीआरपी, आरपीएफ और स्थानीय पुलिस बल को सूचित किया गया। कुछ ही मिनटों में सुरक्षा टीम स्टेशन पर पहुंची और आने वाली कामायनी एक्सप्रेस की बोगियों की बारीकी से तलाशी शुरू की गई।

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सख्त सुरक्षा, डॉग स्क्वॉड की तैनाती

सूचना को गंभीरता से लेते हुए डॉग स्क्वॉड और बम निरोधक दस्ते को भी मौके पर बुलाया गया। लगभग एक घंटे तक कामायनी एक्सप्रेस की सभी बोगियों की जांच की गई। यात्रियों को असुविधा से बचाने के लिए उन्हें धीरे-धीरे ट्रेन से बाहर निकाला गया और उनके सामान की भी जांच की गई। करीब एक घंटे चली तलाशी के बाद सुरक्षा एजेंसियों को राहत मिली, जब उन्हें ट्रेन में कोई भी संदिग्ध वस्तु नहीं मिली। इसके बाद यात्रियों को पुनः ट्रेन में बैठाया गया और ट्रेन को निर्धारित मार्ग पर आगे रवाना कर दिया गया।

टीआई एमपी ठक्कर (जीआरपी, खंडवा) ने बताया कि हमें भोपाल कंट्रोल रूम से सूचना प्राप्त हुई थी कि कामायनी एक्सप्रेस की किसी बोगी में संदिग्ध वस्तु या बम हो सकता है। हमने तत्काल आरपीएफ और सिटी पुलिस को सूचना दी तथा संयुक्त रूप से ट्रेन की गहन जांच की गई। जांच के दौरान कोई संदिग्ध वस्तु नहीं पाई गई।

क्या ये अफवाह थी या सच

हालांकि, कोई भी विस्फोटक या संदिग्ध वस्तु नहीं मिली, लेकिन इस प्रकार की कॉल रेलवे सुरक्षा के दृष्टिकोण से अत्यंत संवेदनशील मानी जाती है। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि यह कॉल किसने की और इसके पीछे की मंशा क्या थी। अफवाह फैलाने वाले व्यक्ति की तलाश की जा रही है, और साइबर सेल को भी जांच में शामिल किया गया है।

यात्रियों की प्रतिक्रिया

घटना के बाद कई यात्री डरे हुए नजर आए, वहीं कुछ ने पुलिस की तत्परता की सराहना की। यात्रियों का कहना था कि शुरुआती घबराहट के बाद उन्हें राहत मिली जब उन्हें बताया गया कि यह सिर्फ एक संदेह था और कोई वास्तविक खतरा नहीं है।