Dharm Sabha: भोजशाला और माँ सरस्वती जल्द मुक्त होंगी

धार शिक्षा, संस्कार और आस्था का केंद्र होगा

1070

धार से छोटू शास्त्री की रिपोर्ट

Dhar : अयोध्या, मथुरा और काशी की तरह राजा भोज द्वारा स्थापित भोजशाला और माँ सरस्वती की प्रतिमा जल्द ही जल्द ही मुक्त होगी। जिस राजा भोज के ज्ञान वैभव और पराक्रम की गाथाएं अफगानिस्तान तक हों और जो माँ सरस्वती के साक्षात उपासक हों ऐसे विद्वान और पराक्रमी राजा भोज की धारा नगरी जल्द ही शिक्षा, संस्कार और आस्था का केंद्र बनकर देश विदेश में अपना गौरव स्थापित करेगी।                                  IMG 20220205 WA0069
ये बात महाराज भोज स्मृति बसंत उत्सव समिति द्वारा आयोजित धर्म सभा के दौरान दिल्ली के पूर्व विधायक और हिन्दू इको सिस्टम के संस्थापक कपिल मिश्रा ने अपने उद्बोधन के दौरान कही! उन्होंने कहा कि अयोध्या की तरह धार की भोजशाला को 1000 वर्षों से भी अधिक समय से आततायियों के चुंगल से मुक्त करवा कर उसके गौरव की पुनर्स्थापना के लिए सतत प्रयास किए जा रहे हैं। साथ ही केंद्र सरकार द्वारा भी भारत की पुरा सम्पदा एवं आस्था के केंद्र बिंदु देवी-देवताओं की प्रतिमाओं को विदेशों से लाने के प्रयास किए जा रहे हैं।      IMG 20220205 WA0072
देश की आजादी के समय भी कुछ लोगों द्वारा जबरन देश पर और हिन्दू धर्मस्थलों पर कब्जा कर अतिक्रमण करने का प्रयास किया था। उसी का परिणाम है कि देश के टुकड़े हो गए। लेकिन, अब हिन्दू समाज और देश को अपने अधिकारों और धर्मस्थलों की रक्षा करने के लिए पूरी ताकत के साथ जागृत होकर ऐसी मानसिकता वाले लोगों का विरोध करना पड़ेगा।
धर्मसभा के पूर्व उदाजीराव चौराहे से प्रारम्भ हुई माँ वाग्देवी की शोभायात्रा का जगह-जगह पुष्प वर्षा के साथ स्वागत किया गया।
शोभायात्रा में माँ सरस्वती के तेल चित्र को सुसज्जित बग्गी में रखा गया। वहीं मुख्य अतिथि और दिल्ली के पूर्व विधायक कपिल मिश्रा का लोगों ने पुष्पमालाओं से स्वागत किया। शोभायात्रा में भगवा ध्वज लिए युवा वर्ग द्वारा राजा भोज और माँ सरस्वती की जयकारे लगाते हुए चल रहे थे। शोभायात्रा के मोतीबाग चौक पहुँचने पर माँ सरस्वती के तेल चित्र को भोजशाला में स्थापित कर महा आरती की गई। इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं द्वारा सरस्वती का पूजन कर हवन कुंड में आहुतियां दी गई। सभा के दौरान पूर्व सांसद सावित्री ठाकुर, पूर्व केबिनेट मंत्री रंजना बघेल भाजपा जिला अध्यक्ष राजीव यादव सहित समिति के पदाधिकारी और जनप्रतिनिधि मौजूद थे।