
What Behind Terrorist Incidents : ई-कॉमर्स वेबसाइटों और ऑनलाइन पेमेंट सेवा के इस्तेमाल से आतंकवादी वारदात!
‘फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स’ की रिपोर्ट में सनसनीखेज खुलासा!
New Delhi : दुनियाभर में आतंकी गतिविधियों के लिए होने वाली फंडिंग पर नजर रखने वाली ‘फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स’ ने ई-कॉमर्स वेबसाइटों के दुरुपयोग को लेकर चेतावनी दी है। टास्क फ़ोर्स ने कहा कि आतंकवाद को फंडिंग के लिए अब ई-कॉमर्स वेबसाइटों और ऑनलाइन पेमेंट सेवाओं का इस्तेमाल किया जा रहा है। फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स ने अपनी रिपोर्ट में 2019 के पुलवामा आतंकी हमले और 2022 में गोरखनाथ मंदिर पर हुए हमले का जिक्र किया है।
इन दो मामलों का उदाहरण देते हुए ‘फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स’ ने बताया कि किस तरह ये सेवाएं गलत हाथों में जाकर आतंक को बढ़ावा देने का जरिया बन रही हैं। फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स की इस रिपोर्ट का नाम ‘कॉम्प्रिहेंसिव अपडेट ऑन टेररिस्ट फाइनेंसिंग रिस्क’ है। यह रिपोर्ट बताती है कि बहुत से देशों में आतंकवाद की फंडिंग को समझने और रोकने की क्षमता में अब भी बड़ी कमियां हैं, और अगर इन्हें समय पर ठीक नहीं किया गया तो आतंकी संगठन मौजूदा कमजोरियों का फायदा उठाते रहेंगे।
इसमें बताया गया है कि किस तरह आतंकी संगठन अंतरराष्ट्रीय फाइनेंशियल सिस्टम का इस्तेमाल अपनी गतिविधियों को जारी रखने और हमले करने के लिए करते हैं। इस रिपोर्ट से यह भी पता चलता है कि आतंकवाद से जुड़ी फंडिंग की रणनीतियां एक जैसी नही होती, बल्कि अलग-अलग जगहों पर, अलग परिस्थितियों के हिसाब से अलग तरीके अपनाए जाते हैं।
अमेजन से मंगाया गया विस्फोटक
14 फरवरी 2019 को सीआरपीएफ का एक काफिला श्रीनगर-जम्मू हाईवे से गुजर रहा था। ट्रक पुलवामा के पास पहुंचा था, तभी एक सुसाइड अटैकर 200 किलो विस्फोटक लदी मारुति ईको कार लेकर घुस गया। विस्फोट इतना तेज था कि सुरक्षाबलों को लेकर जा रही 2 बसों के परखच्चे उड़ गए। इसमें 40 जवान शहीद हुए थे। फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स की रिपोर्ट में बताया गया है कि हमले में इस्तेमाल हुआ विस्फोटक पदार्थ ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफॉर्म अमेजन के जरिए खरीदा गया था।
गोरखनाथ मंदिर के हमलावर को पे-पल से फंडिंग
फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स की रिपोर्ट में दूसरा उदाहरण गोरखनाथ मंदिर पर 4 अप्रैल 2022 में हुए हमले का दिया गया। इसमें एक शख्स ने ने वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों पर धारदार दरांती से हमला किया था। इसमें जवान गंभीर रूप से घायल हो गया था। इस घटना में दोषी शख्स मुर्तजा अब्बासी के पास से पुलिस को मजहबी किताब, धारदार हथियार, उसके मोबाइल और लैपटॉप से मिले जेहादी वीडियो आदि मिले थे। फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स ने इस मामले की जांच में पाया कि हमलावर ने विदेशों में पे-पल के जरिए लगभग 6.7 लाख रुपये ट्रांसफर किए थे।





