Russia Volcano Eruption: रूस में आए 8.8 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप के बाद अब ज्वालामुखी फटा

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Russia Volcano Eruption: रूस में आए 8.8 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप के बाद अब ज्वालामुखी फटा

     रूस में 8.8 तीव्रता का भूकंप आने के बाद एक ज्वालामुखी फट पड़ा है। रूस के सुदूर पूर्व में स्थित क्लुचेव्स्काया ज्वालामुखी बुधवार को फटा है। यह विस्फोट भूकंप आने के कुछ घंटों बाद हुआ है।

रूस में  आए 8.8 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप के बाद अब कामचटका प्रायद्वीप पर स्थित क्ल्युचेव्स्कॉय ज्वालामुखी फट गया है। ज्वालामुखी से लगातार लावा निकल रहा है। रूसी विज्ञान अकादमी की संयुक्त भूभौतिकीय सेवा ने कहा, “ज्वालामुखी की पश्चिमी ढलान पर जलते हुए गर्म लावा का रिसाव देखा गया है। ज्वालामुखी के ऊपर शक्तिशाली विस्फोट हो रहे हैं।” बता दें कि क्ल्युचेव्स्कॉय उत्तरी गोलार्ध का सबसे बड़े सक्रिय ज्वालामुखी है।

रूसी भूभौतिकीय सर्वेक्षण ने बताया है कि रूस के सुदूर पूर्व में स्थित क्लुचेव्स्काया ज्वालामुखी बुधवार को फट गया। यह विस्फोट एक बड़े भूकंप के कुछ घंटों बाद हुआ, जिसके बाद प्रशांत तट के कुछ हिस्सों में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। सर्वेक्षण ने टेलीग्राम पर कहा, “क्लुचेव्स्काया अभी फट रहा है।” सर्वेक्षण में ज्वालामुखी के ऊपर नारंगी रंग की ज्वाला की तस्वीरें पोस्ट की गई हैं और कहा गया कि “पश्चिमी ढलान से लाल गर्म लावा बहता हुआ दिखाई दे रहा है।

3 किलोमीटर ऊंचा राख का गुबार उठा

रूसी सरकारी समाचार एजेंसी RIA ने बताया कि बुधवार को आए शक्तिशाली भूकंप के बाद सुदूर पूर्व में कामचटका प्रायद्वीप पर स्थित क्ल्युचेव्स्कॉय ज्वालामुखी में विस्फोट शुरू हो गए हैं। रूसी समाचार आउटलेट मेडुजा ने बताया कि बुधवार को ज्वालामुखी से समुद्र तल से 3 किलोमीटर ऊंचा राख का गुबार उठा। टोक्यो ज्वालामुखी राख सलाहकार केंद्र ने बताया कि ज्वालामुखी की राख 10 नॉट की गति से पूर्व की ओर बढ़ रही है और सैकड़ों किलोमीटर तक फैल सकती है।

अब क्ल्युचेव्स्कॉय ज्वालामुखी के बारे में जानिए

कामचटका क्षेत्र में स्थित क्ल्युचेव्स्कॉय ज्वालामुखी 4,750 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। इसमें आखिरी विस्फोट 2023 में हुआ था। यह ज्वालामुखी क्षेत्रीय राजधानी पेट्रोपावलोव्स्क-कामचत्स्की से लगभग 280 मील या 450 किलोमीटर उत्तर में स्थित है। बता दें कि कामचटका प्रायद्वीप को ‘आग और बर्फ की जमीन’ कहा जाता है। यहां करीब 300 ज्वालामुखी हैं, जिनमें से 29 सक्रिय हैं। ये दुनिया के सबसे अधिक भूकंपीय रूप से सक्रिय ज्वालामुखी क्षेत्रों में से एक है।