
New Jamtara : हरियाणा में भी आकार ले रहा नया जामताड़ा, साइबर ठगी के आरोप में 16 गिरफ्तार!
Nuh (Haryana) : झारखंड का जामताड़ा साइबर ठगी के मामलों को लेकर देशभर में चर्चित है। एक जामताड़ा हरियाणा के नूंह में भी है। यहां से साइबर ठगी को अंजाम दिया जाता है। यह इलाका भी साइबर ठगों का गढ़ बन गया। ऐसे में अब नूंह पुलिस बड़ी कार्रवाई की है। जिला पुलिस ने 2 दिन में कार्रवाई के दौरान कुल 16 आरोपियों को दबोचा है।
शनिवार को भी साइबर अपराध पर शिकंजा कसते हुए नूंह साइबर थाना पुलिस ने अलग-अलग मुकदमों में 7 आरोपियों को दबोच लिया। आरोपियों के खिलाफ चार मुकदमा दर्ज किए गए। इनसे कुल 10 मोबाइल, 24 सिम, 11 एटीएम कार्ड, 6 पासबुक व 1 चेक बुक बरामद किए। उप-पुलिस अधीक्षक मुख्यालय नूंह हरिंदर कुमार से मिली जानकारी के मुताबिक आरोपी बिलाल पुत्र अमीन निवासी बिकटी, थाना बिछौर जिला नूंह से एक फोन, 5 सिम, 3 एटीएम कार्ड मिले हैं।
मोहम्मद इश्तियाक पुत्र मोहम्मद युसुफ, निवासी चार खम्बा, थाना गोहलपुर, जिला जबलपुर मध्यप्रदेश से एक फोन, 4 सिम, 4 एटीएम कार्ड, 4 पासबुक मिले हैं। मोहम्मद सलमान अंसारी पुत्र मुबीन अहमद, निवासी पुराना सिरसा तले अस्फाकउल्ला खां, थाना गोहलपुर, जिला जबलपुर मध्यप्रदेश से एक फोन, 4 सिम, 4 एटीएम कार्ड, 2 पासबुक, एक चेक बुक मिली है। जबकि, आरोपी शाहरुख पुत्र रहमू, निवासी नाखनोल, थाना टपूकड़ा, जिला अलवर राजस्थान से एक मोबाइल फोन, 3 सिम मिले हैं।
वहीं नसीम पुत्र मुबीन निवासी अमीनाबाद फुंसेता थाना बिछौर जिला नूंह से 2 मोबाइल फोन, 2 सिम कार्ड और गुफरान पुत्र आसू निवासी काला खेड़ा साकरस थाना सदर फिरोजपुर झिरका जिला नूंह 3 फोन, 4 सिम व समीम पुत्र खलील, निवासी रनियाली थाना सदर फिरोजपुर झिरका, जिला नूंह से एक फोन, 2 सिम कार्ड बरामद किए गए।

उप-पुलिस अधीक्षक मुख्यालय नूंह के मुताबिक आरोपियों के खिलाफ देशभर से साइबर पोर्टल पर आई शिकायतें व तकनीकी इनपुट के आधार पर लोकेशन ट्रेस की गईं और टीमों ने दबिश देकर ये गिरफ्तारियां की। यह गिरोह अलग-अलग फर्जी सिम, बैंक खातों/एटीएम और डिजिटल माध्यमों का उपयोग कर आमजन से ठगी करता था।
एसपी राजेश कुमार के दिशा-निर्देश में साइबर अपराध के विरुद्ध सघन अभियान जारी है। पकड़े गए सभी 7 आरोपियों को अदालत में पेश कर नियम अनुसार न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। नूंह पुलिस की आमजन से अपील है कि किसी भी संदिग्ध कॉल, लिंक, क्यूआर कोड पर जानकारी साझा न करें। ठगी की आशंका पर तत्काल हेल्पलाइन 1930 या नजदीकी थाने में शिकायत करें। डीएसपी ने कहा कि अब पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट भी साइबर अपराधियों को जमानत मामले में गंभीर हो गया।




