
Kissa-A-IAS: IAS Pushplata Yadav: पति ने संभाला बच्चा, गृहिणी से IAS तक का प्रेरणादायक सफर
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की परीक्षा देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक मानी जाती है। लाखों युवा हर साल इसमें हिस्सा लेते हैं, लेकिन सफलता पाने वालों की संख्या बेहद कम होती है। इन मुश्किलों के बीच कई ऐसी कहानियां छिपी होती हैं, जो मेहनत और हिम्मत का परिचय देती हैं।

हरियाणा के रेवाड़ी जिले के खुसपुरा गांव की गृहिणी पुष्पलता यादव की कहानी भी ऐसी ही है, जिन्होंने शादी के चार साल बाद घर-गृहस्थी और मां के कर्तव्यों के बीच अपने बेहद साहसिक और कठिन सफर की शुरुआत की। परिवार के समर्थन और अपनी मेहनत से उन्होंने तीन प्रयासों के बाद 2017 में UPSC में ऑल इंडिया रैंक 80 हासिल कर IAS अधिकारी बनकर देश के लिए मिसाल कायम की।

पुष्पलता यादव का जन्म हरियाणा के रेवाड़ी जिले के छोटे से गांव खुसपुरा में हुआ। वहीं से उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा पूरी की। 12वीं के बाद उन्होंने साइंस में ग्रेजुएशन किया और फिर MBA की डिग्री हासिल करके पढ़ाई पूरी की। पढ़ाई पूरी होने के बाद उन्होंने प्राइवेट क्षेत्र में नौकरी की और बाद में बैंक की परीक्षा पास कर स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद में असिस्टेंट मैनेजर बनीं। अच्छी नौकरी के बावजूद उनका सपना था कि वे UPSC की परीक्षा में सफलता हासिल कर देश सेवा में योगदान दें।

2011 में शादी के 4 साल बाद, उन्होंने बैंक की नौकरी छोड़कर UPSC की तैयारी की राह चुनी। कोचिंग न मिलने के बावजूद, पति और ससुराल वालों के पूरा सहयोग से उन्होंने खुद को पूरी तरह पढ़ाई के लिए समर्पित किया। पति ने पूरे समय बेटे को संभाला। सुबह चार बजे उठकर पढ़ाई, घर-परिवार और बच्चे की देखभाल एक साथ करना उनके लिए आसान नहीं था, फिर भी उन्होंने निरंतर प्रयास जारी रखा।
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पहले दो प्रयासों में सफलता न मिल पाने के बावजूद, उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और तीसरे प्रयास में 2017 में 80वीं रैंक हासिल कर IAS अधिकारी बनने का गौरव पाया। इस दौरान उन्होंने नियमित टेस्ट सीरीज दी, पुरानी परीक्षाओं के प्रश्नपत्रों का अभ्यास किया और सिलेबस को पूरी समझ के साथ तैयार किया। उनका संघर्ष, परिवार का सहयोग और लक्ष्य के प्रति अटूट विश्वास उनके सफर की खूबी थी।

आज पुष्पलता यादव न केवल एक सफल IAS अधिकारी हैं, बल्कि वे उन हजारों महिलाओं और युवाओं के लिए प्रेरणा हैं जो खुद में विश्वास बनाए रखकर कठिन चुनौतियों को पार करना चाहते हैं।
पुष्प लता को भारतीय प्रशासनिक सेवा में 2018 बैच आवंटित हुआ और गुजरात मिला। वर्तमान में वे गुजरात में नवसारी में जिला विकास अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं।

पुष्प लता की कहानी उन सभी महिलाओं को एक नई उम्मीद जगाती है जो शादी और मां बनने के बाद अपने सपनों को अधूरा मान लेती हैं। उन्होंने यह साबित कर दिया कि अगर इरादे मजबूत हों और परिवार का साथ हो, तो कोई भी मंजिल पाई जा सकती है। IAS अधिकारी पुष्पलता यादव की सफलता सिर्फ उनकी मेहनत की कहानी नहीं, बल्कि एक बदलते समाज की तस्वीर भी है, जहां पति-पत्नी एक-दूसरे के सपनों को उड़ान देने में साझेदार बनते हैं। पुष्पलता की कहानी खास इसलिए है क्योंकि उन्होंने अपने करियर की सबसे कठिन परीक्षा UPSC Civil Services Exam शादी और बच्चा होने के बाद पास की।





