सीएस अनुराग जैन को बेहतर काम का मिला ईनाम, अब अगले एक साल में करेंगे एमपी का कायाकल्प

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सीएस अनुराग जैन को बेहतर काम का मिला ईनाम, अब अगले एक साल में करेंगे एमपी का कायाकल्प

भोपाल: ग्वालियर में जन्मे 1989 बैच के एमपी कॉडर के वरिष्ठ IAS अधिकारी अनुराग जैन की स्वच्छ-साफ छवि और जो काम मिला उसे बेहतर तरीके सें अंजाम तक पहुंचाने, जनहितैषी विषयों पर काम करने के साथ ही जनप्रतिनिधियों के साथ किसी भी योजना पर ताल से ताल मिलाकर काम करने का ईनाम मिला है। वे जनप्रतिनिधियों को समस्या नहीं समाधान बताने में विश्वास रखते है।

मध्यप्रदेश में पदोन्नतियों का उलझा हुआ मसला हो या ई अफिस और निवेश को रफ्तार देने के बात हो हर मोर्चे पर सफल रहे मुख्य सचिव अनुराग जैन के पास अब अपना हुनर दिखाने के लिए एक साल का और मौका है। इस एक साल में प्रदेश में निवेश बढ़ाने, बेरोजगारी कम करने, गरीब, किसान और महिला सशक्तिकरण जैसे विषयों पर बेहतर काम करने की उनके सामने चुनौती है।

बहुमुखी प्रतिभा के धनी अनुराग जैन मंदसौर, मंडला और भोपाल कलेक्टर से लेकर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सचिव, वित्त विभाग में प्रमुख सचिव, आईईसी ब्यूरो मध्यप्रदेश और प्रधानमंत्री कार्यालय सहित केन्द्र के कई महत्वपूर्ण महकमों में सेवाएं दे चुके है। वे प्रदेश के पहले ऐसे मुख्य सचिव है जिन्हें सेवानिवृत्ति के बाद सीधे एक साल का एक्सटेंशन दिया गया है। केन्द्र में रहे तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पसंद बने अनुराग जैन ने मध्यप्रदेश में भी मुख्यमंत्री मोहन यादव के साथ कदम से कदम मिलाकर काम किया और लंबे समय से उलझे पदोन्नति जैसे मामले में समाधान निकाला। प्रदेश में निवेश बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। मेट्रो को लेकर उनकी दिलचस्पी और तेजी से अमल करने, ई आफिस के क्रियान्वयन में उनके योगदान को सबने देखा है।

उम्मीद की जानी चाहिए कि अब आने वाले एक साल में वे कई और महत्वपूर्ण काम कर दिखाएंगे जो मिसाल बनेंगे।