Indore : आजकल एक बड़े गिरोह के लोग सोशल मीडिया पर फेसबुक, इंस्टाग्राम सहित अन्य सोशल साइटों पर एक दम टीप-टॉप कंडीशन की नई जैसी दोपहिया गाड़ियों के फोटो डालकर उन्हें सस्ती कीमत में बेचने का मैसेज चला रहें हैं। वे लोगों को अपने जाल में फंसाकर झांसा देकर धोखाधड़ी कर रहें हैं। ये लोग गाड़ियों के फोटो के साथ गाड़ी की कीमत से आधी कीमत डालकर अपने नंबर भी पोस्ट करते है। जब लोग इन्हें फोन लगाते हैं। ये ठग अपने आपको इंडियन आर्मी महू (Indian Army Mhow) में सेना का जवान होना बताते हैं।
जब खरीददार गाड़ी की इतनी कम कीमत में बेचने का पूछता है तो ये कहते है कि हमारा बॉर्डर पर ट्रांसफर हो गया, इसलिए गाड़ी बेचना है। जिसके सारे पेपर,बीमा सहित सब रेडी है। गाड़ी की कंडीशन भी ओके है, लेकिन आपको गाड़ी खरीदना है तो आप ऑनलाइन टोकन अमाउंट (Online Token Amount) पेटीएम, फोन-पे या गूगल-पे से डाल दो।
साथ में आपका एड्रेस और जिसके नाम गाड़ी ट्रांसफर करना हो वो भी वाट्सअप पर लिखकर आईडी भेज दो। गाड़ी आपके नाम ट्रांसफर करवाकर आर्मी ट्रांसपोर्टेशन (Army Transportation) से सीधे आपके बताए एड्रेस पर आपके घर पहुंचा दी जाएगी। इस तरह लोगों को झांसे में लेकर इन दिनों इंडियन आर्मी को बदनाम कर लूट और ठगी का नया धंधा बनाकर लोगों को अपने झांसे में लेकर ठगी कर रहें है।
*लगातार आ रही शिकायतें*
इन लोगों की ठगी का शिकार हुए लोगों के मुताबिक ये लोग गाड़ी खरीदने वाले को विश्वास में लेने के लिए फेसबुक पर गाड़ी के एक साथ कई फोटो डालते है। इसके बाद फोन पर बातचीत के दौरान ये कहते है हम इंडियन आर्मी वाले देश की सेवा करते है किसी के साथ धोखा नहीं करते। कोरोना के बाद इंडियन आर्मी सेना क्षेत्र में किसी भी आम आदमी का प्रवेश वर्जित है। हमको मिलने नहीं देते, बाहर भी नहीं जाने देते इसलिए गाड़ी की डिलीवरी मिलकर देना संभव नहीं होगी। गाड़ी आपको आर्मी के ट्रांसपोर्टेशन (Army Transportation) से मिलेंगी।
गाड़ी के सारे पेपर, बीमा सब आपके एड्रेस पर आ जाएंगे। आपको विश्वास नहीं है, तो हम अपना आईडी कार्ड भी भेज देंतें है। आप टोकन मनी दो से ढाई हजार भेज दो। यहां से गाड़ी आपके बताए एड्रेस पर सीधे आपके घर आ जाएगी। जिससे लोग इनकी बातों के जाल में फंस जातें है और इनके नंबर पर दो से ढाई हजार भेजकर ठगी का शिकार हो रहें है।
*ठगी के बाद नंबर बंद*
इसके बाद जब ठगी के शिकार लोग इनको फोन लगातें है तो इनका नंबर बंद मिलता है। ज्यादा सवाल जवाब करने वाले लोगों से ये गाली-गलौज कर उनका नंबर ब्लॉक भी कर देते है। जबकि, जो इन लुटेरों की बातों में आकर पैसे जमा करने की बात करता है उसको विश्वास में लेने के लिए ये आर्मी का फर्जी आईडी कार्ड और गाड़ी के एक साथ कई फोटो भेजकर लोगों को अपने जाल में फंसा लेते हैं।