Commissioner’s Action: चार साल से परेशान बुजुर्ग को घुमाने वाले SDM-तहसीलदार पर होगा एक्शन, संभागायुक्त ने शुरू कराई जांच

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Commissioner’s Action: चार साल से परेशान बुजुर्ग को घुमाने वाले SDM-तहसीलदार पर होगा एक्शन, संभागायुक्त ने शुरू कराई जांच

भोपाल: विदिशा जिले के गंजबासौदा से 100 किलोमीटर दूर भोपाल आकर विवाद करने और संभाग आयुक्त कार्यालय में आग लगाने वाले बुजुर्ग राम सिंह के मामले में अब प्रशासनिक जांच-पड़ताल शुरू हो गई है। आखिर ऐसी कौन की प्रक्रिया थी, जिससे बुजुर्ग बीते चार साल से एक पट्टे के लिए परेशान हो रहा था। वह लाल फीता शाही से इतना परेशान हो गया कि भोपाल आकर अपनी बात बताने के लिए उसे सरकारी दफ्तर में आगजनी करनी पड़ी।

हालांकि इस मामले में बुजुर्ग के खिलाफ एफआईआर दर्ज करके प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। वहीं, दूसरी तरफ संभागायुक्त संजीव सिंह के निर्देश पर विदिशा जिले में बुजुर्ग राम सिंह के प्रकरण भी में जांच शुरू की गई है। ऐसे में चार साल से परेशान बुजुर्ग को किन-किन एसडीएम और तहसीलदार ने चलता किया है, इसकी पड़ताल की जा रही है। जांच रिपोर्ट के बाद संभागायुक्त इस संबंध में आगे की कार्रवाई करेंगे।

 *नहीं डिगे संभागायुक्त संजीव सिंह* 

बताया जा रहा है कि गंजबासौदा निवासी राम सिंह अपनी बात कहने के लिए भोपाल संभाग आयुक्त सिंह से मिलने आया था। मिलने में देरी होने के कारण वह भड़क गया और उसने वेटिंग रुम में आग लगा दी। कमिश्नर कार्यालय की पुरानी बिल्डिंग होने के कारण तुरंत की पूरे आफिस में धुंआ-धुंआ हो गया। आग लगने की खबर फैलते ही सभी कर्मचारी अपने-अपने कक्ष से कामकाज छोड़कर भाग गए। लेकिन जहां आग लगी वहां से मात्र 10 फीट की दूरी पर बैठे संजीव सिंह डिगे नहीं। तुरंत उनके निर्देश पर फायर ब्रिगेड और नगर निगम के टैंकर पहुंचे। करीब सवा घंटे बाद जब आग पर काबू पा लिया गया, तब संजीव सिंह अपने कार्यालय से निकले।

*यह है मामला* 

भोपाल कमिश्नर आफिस में गुरुवार दोपहर करीब साढ़े 12 बजे गंजबासौदा निवासी राम सिंह सुनवाई के लिए आया था। उस दौरान वेटिंग रुम में मात्र तीन लोग थे। एक व्यक्ति अंदर कक्ष में सुनवाई के लिए चला गया। राम सिंह का नंबर तीसरे स्थान पर था। लेकिन वह तुरंत संभागायुक्त से मिलने की जिद कर रहा था। अर्दली ने कुछ इंतजार करने का कहा, तो वह भड़क गया। वह अपने साथ पेट्रोल लेकर आया था, उसने देखते ही देखते पूरे वेटिंग रुम में रखे सोफे में वह छिड़क दिया। उन्होंने हाथ में रखा लट्ठ (डंडा) इलेक्ट्रिक बोर्ड में दे मारा, जिससे बिजली लाइन में शॉर्ट सर्किट हो गया और चिंगारी निकलने लगीं। इससे आगंतुकों के बैठने के लिए लगे सोफे ने आग पकड़ लगी। कुछ ही देर में सोफे जलकर खाक गए। इसके बाद तेजी से धुंआ पूरे परिसर में फैल गया और हड़कंप मच गया।