Luxury Dream: नशे की तस्करी में प्यार का ट्विस्ट – जोधपुर में 544 किलो डोडा-पोस्त बरामद

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Luxury Dream: नशे की तस्करी में प्यार का ट्विस्ट – जोधपुर में 544 किलो डोडा-पोस्त बरामद

Jaipur: राज्य के मादक पदार्थ नियंत्रण अभियान में एक बड़ी सफलता मिली है। राजधानी से सटे जिले में चलाए गए छापे में लगभग 544 किलो डोडा-पोस्त, एक चोरी की लग्जरी एसयूवी, 35 जिंदा कारतूस, एक मैगजीन और गाड़ी की फर्जी हाई-सिक्योरिटी नंबर प्लेट बरामद की गई हैं। पुलिस और मादक पदार्थ नियंत्रण बल ने मिलकर इस तस्करी के नेटवर्क को भांपते हुए अभियुक्त को धर दबोचा है। स्थानीय पुलिस सूत्रों के अनुसार यह कार्रवाई “ऑपरेशन वज्र प्रहार” के नाम से चलाई गई थी।

 

▪️महंगे शौक ने तस्करी की राह दिखाई

पुलिस के मुताबिक, आरोपी बाड़मेर जिले के निवासी गोकलराम जाट हैं, जो करीब 15 साल से तस्करी के धंधे में लिप्त थे। उनकी शुरुआत शराब तस्करी से हुई थी, लेकिन बाद में उन्होंने डोडा-पोस्त की बड़ी खेपें चलाना शुरू किया। अभियुक्त की निजी ज़िंदगी भी इस मामले में पैने छाप छोड़ती है- महंगी गाड़ियां, लक्ज़री लाइफस्टाइल और एक महिला मित्र का खर्चा जो उस पर भारी पड़ गया। शौक के चलते अपराध की दुनिया में उतरना उसकी गलती साबित हुआ।

▪️कैसे पकड़ा गया तस्कर?

ANTF और जोधपुर पुलिस टीम ने जब डोडा-पोस्त से भरी गाड़ी की सूचना पाई, तो लगभग 20 किलोमीटर तक पीछा किया। आरोपी ने घबराकर पिस्तौल तान ली, लेकिन घेराबंदी के बाद वह दबोचा गया जबकि एक साथी भाग निकलने में सफल रहा। गाड़ी की तलाशी में सामने आया कि उसके पास विभिन्न राज्यों (राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, केरल) की हाई-सिक्योरिटी नंबर प्लेट थीं, जिन्हें हर 50-60 किलोमीटर के बाद बदला जाता था ताकि तस्करी का ट्रैक न लगे।

▪️स्थिति और चिंताएं

इस घटना ने यह दिखा दिया है कि कैसे व्यक्तिगत लालच और भौतिक शौक अपराधी संरचना को जन्म दे सकते हैं। डोडा-पोस्त जैसी मादक वस्तु की बड़ी खेपें केवल गुमनाम नेटवर्क नहीं बल्कि चिकित्सीय-व्यापार के पर्दे में भी छिप सकती हैं। पुलिस ने अब इस मामले में विस्तृत पूछताछ शुरू कर दी है कि यह खेप कहां से आई थी, आगे किसे ले जाई जानी थी और अन्य सहयोगी कौन-कौन हो सकते हैं।

▪️आगे की कार्रवाई

अभियुक्त को NDPS अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया है और मामले की जांच जारी है। पुलिस ने गाड़ी, फर्जी प्लेटें, कारतूस और मैगजीन को सबूत के तौर पर जब्त कर लिया है। अगले चरण में यह पता लगाया जाएगा कि यह ट्रैफिकिंग किस बड़े नेटवर्क से जुड़ी थी और क्या इसमें तीसरे-चौथे स्तर के लोग शामिल हैं।