Bhopal Police warning: SIR फॉर्म के नाम पर नई साइबर ठगी. OTP न बताएं, APK डाउनलोड ना करें

222

Bhopal Police warning: SIR फॉर्म के नाम पर नई साइबर ठगी. OTP न बताएं, APK डाउनलोड ना करें

BHOPAL: भोपाल में पुलिस कमिश्नरेट और साइबर क्राइम शाखा ने नागरिकों को सचेत करते हुए कहा है कि इन दिनों SIR फॉर्म के नाम पर एक बड़ा साइबर फ्रॉड तेजी से फैल रहा है. ठग खुद को निर्वाचन विभाग का कर्मचारी बताकर लोगों से OTP मांग रहे हैं और फर्जी SIR.apk फाइल इंस्टॉल कराकर मोबाइल डेटा लूट रहे हैं. पुलिस ने इसे गंभीर जन–सुरक्षा मुद्दा बताते हुए साफ कहा है कि कोई भी सरकारी संस्था कॉल या व्हाट्सऐप पर OTP नहीं मांगती. सतर्क रहें, सुरक्षित रहें.

▪️क्या है SIR. Special Intensive Revision का असली अर्थ

▫️SIR यानी Special Intensive Revision, निर्वाचन आयोग की वह आधिकारिक प्रक्रिया है जिसके तहत मतदाता सूची को अपडेट किया जाता है. इसमें नागरिकों का नाम जोड़ना, गलतियों को ठीक करना और डुप्लीकेट नाम हटाना शामिल होता है. पुलिस ने स्पष्ट किया कि SIR फॉर्म भरते समय अपना मोबाइल नंबर देना पूरी तरह सुरक्षित है. असली खतरा उन फर्जी कॉल्स और लिंक से है जो अपराधी भेज रहे हैं.

IMG 20251116 WA0122

▪️ठगों का तरीका. OTP और APK की आड़ में मोबाइल हैकिंग- साइबर क्राइम भोपाल के अनुसार धोखाधड़ी का पैटर्न इस प्रकार है.

▫️फर्जी कॉल. “OTP आया है, बता दीजिए: अपराधी आपको फोन कर कहते हैं कि आपके SIR फॉर्म की प्रक्रिया जारी है और आपके मोबाइल पर एक OTP आया है, जिसे उन्हें बताना आवश्यक है. यह पूरी तरह धोखाधड़ी है.

▫️SIR.apk फाइल इंस्टॉल कराते हैं: ठग SIR या निर्वाचन आयोग के नाम से मिलते जुलते लोगो वाली फर्जी APK भेजते हैं. इसे इंस्टॉल करते ही आपके मोबाइल के कॉन्टैक्ट्स, गैलरी, मैसेज, बैंकिंग डिटेल्स और OTP तक अपराधियों को पहुंच मिल जाती है.

▫️सरकारी नाम और लोगो का दुरुपयोग: अपराधी ऐप और मैसेज को देखने में सरकारी जैसा बनाते हैं, ताकि लोग भ्रमित होकर लिंक खोल दें.

▪️पुलिस की कड़ी अपील. किसी भी कीमत पर OTP साझा न करें

▫️साइबर क्राइम टीम ने कहा कि यदि किसी अनजान नंबर से SIR के नाम पर OTP मांगा जाए तो तुरंत मना करें, और कहें कि “मैं केवल BLO या संबंधित ऑफिस में जाकर ही बात करूंगा.”

यदि कॉल करने वाला दबाव डाले, धमकी दे या बार–बार फोन करे तो तुरंत नजदीकी थाने या साइबर क्राइम से संपर्क करें.

▪️याद रखें. सरकारी एजेंसियाँ कभी APK फाइल या OTP नहीं मांगती

▫️भोपाल पुलिस ने यह भी साफ कहा है कि कोई भी सरकारी विभाग कॉल, WhatsApp, SMS या फाइल भेजकर OTP, बैंक जानकारी या UPI डिटेल नहीं मांगता.

SIR.apk जैसे किसी भी प्रकार की फाइल न खोलें. इससे आपका मोबाइल हैक हो सकता है और बैंक खाते से पैसे तक गायब हो सकते हैं.

▪️साइबर अपराध में बढ़ोतरी. जागरूकता ही सबसे बड़ा हथियार

▫️अपराधी आजकल सोशल मीडिया, UPI ऐप्स और ईमेल लॉगिन क्रेडेंशियल्स भी चुरा रहे हैं. एक बार मोबाइल हैक होने पर आपके सभी अकाउंट्स, फोटो, संपर्क और बैंकिंग डेटा खतरे में आ जाते हैं. पुलिस ने कहा कि ऐसी घटनाओं को रोकने का मजबूत तरीका यही है कि नागरिक जागरूक रहें और अपने परिवार को भी सतर्क करें.

▪️घटना होने पर तुरंत शिकायत करें

▫️साइबर क्राइम की शिकायत इन माध्यमों से की जा सकती है.

भोपाल साइबर क्राइम हेल्पलाइन. 9479990636

राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर. 1930

ऑफिशियल वेबसाइट. cybercrime.gov.in