
Farmer’s Agitation: खलघाट हाईवे पर किसानों का प्रदर्शन, यातायात बाधित, कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने की शांति व सहयोग की अपील
धार: जिले में आज सुबह से ही कृषि उपज के दाम और एमएसपी गारंटी को लेकर किसानों का आंदोलन उभरने लगा, जिसके कारण खलघाट हाइवे (आगरा–मुंबई राष्ट्रीय राजमार्ग) पर वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई। भारतीय किसान मजदूर महासंघ से जुड़े किसानों का समूह रात में ही हाईवे किनारे जमा होने लगा था, और सुबह 8 बजे के आसपास एक लेन पर धीमी गति से चक्का जाम की स्थिति बन गई।
*▪️खलघाट टोल के पास ट्रैफिक धीमा, पुलिस बल तैनात*
▫️किसानों की भीड़ बढ़ने पर एनएचएआई और पुलिस बल ने मौके पर पहुंचकर वैकल्पिक रूट डायवर्ट किए। मौके पर मौजूद किसानों ने बताया कि मक्का, सोयाबीन और कपास की खरीदी में देरी, भाव में गिरावट और सरकार की पूर्व योजनाओं के क्रियान्वयन में ढील के कारण वे विरोध में उतरे हैं।
चूंकि ट्रैफिक पूरी तरह बंद नहीं किया गया, लेकिन लंबी दूरी के वाहनों की कतारें खड़ी हो गईं। प्रशासन ने एहतियात के तौर पर खलघाट–धार–इंदौर मार्ग पर अतिरिक्त पुलिसकर्मी तैनात किए हैं।

*▪️पिछले एक महीने से किसानों में असंतोष बढ़ा*
▫️30 अक्टूबर को सोयाबीन के गिरते दामों को लेकर धार कृषि मंडी में किसानों ने सड़क जाम किया था। आज का आंदोलन उसी असंतोष की अगली कड़ी माना जा रहा है। कई किसान संगठनों ने पहले भी संकेत दिया था कि खरीदी शुरू न होने और मूल्य न मिलने पर जिले में बड़े आंदोलन हो सकते हैं।
▪️कलेक्टर प्रियंक मिश्रा की अपील— चक्का जाम न करें, संवाद से समाधान संभव
स्थिति के बीच कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने जिलेवासियों से शांति बनाए रखने और सड़क अवरोध न करने की भावनात्मक अपील की। कलेक्टर ने कहा- “कानून व्यवस्था बनाए रखने में सभी का सहयोग आवश्यक है। चक्का जाम न करें, सड़क अवरोध से आमजन को भारी असुविधा होती है। संवाद और सहयोग से ही हर समस्या का समाधान संभव है।”
कलेक्टर की अपील सोशल मीडिया के जरिए भी तेजी से प्रसारित की गई ताकि आम नागरिकों और आंदोलनकारियों तक संदेश पहुंचे।
*▪️प्रशासन-किसान नेताओं के साथ वार्ता की तैयारी*
▫️धार एसपी और जिला प्रशासन किसान संगठन के प्रमुख प्रतिनिधियों के साथ वार्ता की तैयारी कर रहा है ताकि हाईवे को पूरी तरह जाम होने से बचाया जा सके। सूत्रों के अनुसार, प्रशासन का प्रयास है कि किसान अपनी मांगों का ज्ञापन देकर शांति से आंदोलन समाप्त करें।
धार जिले में आज का चक्का जाम किसानों की आर्थिक समस्याओं और खरीदी व्यवस्था की धीमी गति से उपजे असंतोष का परिणाम है। ट्रैफिक पर इसका प्रभाव पड़ा है, लेकिन प्रशासन स्थिति पर नियंत्रण बनाए हुए है। कलेक्टर की अपील से उम्मीद है कि बातचीत का रास्ता खुलेगा और हाईवे पर सामान्य यातायात जल्द बहाल होगा। यदि किसानों की खरीदी और मूल्य संबंधी मांगों का समय पर निराकरण किया गया तो आने वाले दिनों में बड़े आंदोलन की संभावनाएं कम होंगी।





