Fake Doctor: अभिनव सिंह कैसे बना डॉ. राजीव गुप्ता?… अमेरिका से की गई थी ये शिकायत, देखिये वीडियो

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Fake doctor:अभिनव सिंह कैसे बना डॉ. राजीव गुप्ता?… अमेरिका से की गई थी ये शिकायत

ललितपुर में अभिनव सिंह के फर्जीवाड़े की शिकायत उनके जीजा डॉ. राजीव गुप्ता ने लगभग पांच माह पहले 20 जुलाई को मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया को मेल भेजकर की थी। उनकी शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया गया। हालांकि, मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य मयंक शुक्ला का कहना है कि शिकायत गलत आईडी पर भेजी गई थी। इस वजह से इसका संज्ञान नहीं लिया जा सका।मेडिकल कॉलेज में जीजा की डिग्री पर चिकित्सक बना इंजीनियर अभिनव सिंह के मामले में एक के बाद एक खुलासे हो रहे हैं।

अमेरिका से डॉ. राजीव ने की थी यह शिकायत
अमेरिका के बेल्टन, टेक्सास निवासी डॉ. राजीव गुप्ता ने पांच माह पहले 20 जुलाई को एनएमसी (मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया) से शिकायत की थी। इसमें पहचान चोरी करने का आरोप लगाया था। बताया था कि उन्होंने 17 फरवरी 1993 को उन्होंने कोलकाता के मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस की डिग्री हासिल की थी। 19 अप्रैल 1993 को उन्हें रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट मिला। 1993-96 तक एएमयू से मेडिसिन में एमडी किया।

1997-1998 में एएमयू में रजिस्ट्रारशिप की और फिर 1999 में अमेरिका आ गए। तब से यहीं हैं। वह इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट और यूएसए के नागरिक भी हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि अभिनव सिंह नाम का एक आदमी उनकी पहचान का इस्तेमाल कर रहा है। उनकी डिग्री के सहारे ललितपुर और खुरई (मध्य प्रदेश) में चिकित्सक के तौर पर प्रैक्टिस कर रहा है। इसकी पुष्टि उसकी साली डॉ. शेफाली सिंह की एक परिचित ने की, जो मुजफ्फरनगर (उप्र) में रहती है।
डॉ. राजीव ने ईमेल में लिखा था
अभिनव सिंह उनकी पत्नी का रिश्तेदार है। वह जानता है कि मैं यूएसए में हूं। जब मैंने एनएमसी की वेबसाइट पर अपना रजिस्ट्रेशन देखा तो पाया कि यह एक ईमेल [email protected] से जुड़ा है। यह मेरा ईमेल नहीं है। मैंने कभी ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन नहीं किया है। इस फर्जी डॉक्टर से मरीजों को नुकसान पहुंचने से रोकने के लिए जरूरी कदम उठाएं। इस आदमी का आपराधिक रिकॉर्ड भी है और कुछ साल पहले वह जेल भी गया था।