US Venezuela War: ट्रम्प के निशाने पर वेनेजुएला, ड्रग्स, तेल और सत्ता की जंग क्यों भड़क रही है..?

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US Venezuela War: ट्रम्प के निशाने पर वेनेजुएला, ड्रग्स, तेल और सत्ता की जंग क्यों भड़क रही है..?

डोनाल्ड ट्रम्प के दोबारा अमेरिकी राष्ट्रपति बनने के बाद वैश्विक राजनीति में कई पुराने टकराव फिर से सतह पर आ गए हैं। इन्हीं में सबसे संवेदनशील नाम है वेनेजुएला। पिछले कुछ महीनों में अमेरिका ने वेनेजुएला के खिलाफ जिस तरह से सैन्य, आर्थिक और कूटनीतिक दबाव बढ़ाया है, उसने कैरिबियन क्षेत्र को युद्ध के मुहाने पर ला खड़ा किया है। संदिग्ध ड्रग बोट्स पर हमले, तेल ले जा रहे जहाज की जब्ती और हजारों सैनिकों की तैनाती यह संकेत दे रही है कि मामला अब केवल चेतावनी तक सीमित नहीं है। सवाल यह है कि आखिर ट्रम्प के निशाने पर वेनेजुएला ही क्यों आया और इसके पीछे असली वजह क्या है।

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▪️अमेरिका और वेनेजुएला का पुराना टकराव
▫️अमेरिका और वेनेजुएला के रिश्ते दशकों से तनावपूर्ण रहे हैं। वेनेजुएला में लंबे समय से वामपंथी सत्ता है और यूनाइटेड सोशलिस्ट पार्टी ऑफ वेनेजुएला का शासन रहा है। ह्यूगो शावेज के दौर से शुरू हुई अमेरिका विरोधी नीति को राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने भी जारी रखा। अमेरिका वामपंथी सरकारों को लोकतंत्र के लिए खतरा मानता रहा है, जबकि वेनेजुएला अमेरिका पर आंतरिक मामलों में दखल और सत्ता परिवर्तन की कोशिशों का आरोप लगाता रहा है।

▪️ट्रम्प के आते ही सख्ती क्यों बढ़ी
▫️डोनाल्ड ट्रम्प ने चुनाव प्रचार के दौरान वादा किया था कि वह अमेरिका में ड्रग्स की सप्लाई और अवैध माइग्रेशन पर कड़ा एक्शन लेंगे। सत्ता में लौटते ही उन्होंने वेनेजुएला और मेक्सिको को सीधे निशाने पर ले लिया। ट्रम्प प्रशासन का दावा है कि वेनेजुएला से बड़े पैमाने पर ड्रग्स अमेरिका पहुंच रही हैं और मादुरो सरकार इस पर लगाम लगाने में नाकाम रही है। इसके साथ ही वेनेजुएला से अवैध प्रवास को भी अमेरिका के लिए गंभीर खतरा बताया गया है।

▪️ड्रग्स के नाम पर सैन्य कार्रवाई
▫️अमेरिका ने ड्रग तस्करी से जुड़े दो बड़े गिरोहों को विदेशी आतंकवादी संगठनों की सूची में डाल दिया। इसके बाद कैरिबियन सागर में वेनेजुएला से जुड़ी संदिग्ध नावों को निशाना बनाया गया। अमेरिकी सेना का कहना है कि ये नावें ड्रग्स की तस्करी में इस्तेमाल हो रही थीं। वेनेजुएला ने इन हमलों को अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन बताते हुए तीखा विरोध दर्ज कराया है।

▪️तेल टैंकर की जब्ती और बढ़ता टकराव
▫️तनाव तब और गहरा गया जब अमेरिकी फोर्स ने वेनेजुएला का तेल ले जा रहे एक जहाज को जब्त कर लिया। अमेरिका ने दावा किया कि यह शिपिंग उसके लगाए गए प्रतिबंधों का उल्लंघन थी। वेनेजुएला ने इसे खुली समुद्री डकैती करार दिया और कहा कि अमेरिका ड्रग्स के बहाने उसके तेल कारोबार को पूरी तरह कुचलना चाहता है।

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▪️कैरिबियन में सैन्य जमावड़ा
▫️अमेरिका ने दबाव बढ़ाने के लिए कैरिबियन क्षेत्र में करीब 15 हजार सैनिक तैनात कर दिए हैं। युद्धपोत, एयरक्राफ्ट कैरियर और मिसाइल डिफेंस सिस्टम को एक्टिव मोड में रखा गया है। इसके जवाब में वेनेजुएला ने भी अपनी सेना को हाई अलर्ट पर रखा है और सैन्य अभ्यास तेज कर दिए हैं। हालात ऐसे बन गए हैं कि दोनों देश सीधे टकराव के बेहद करीब नजर आ रहे हैं।

▪️तेल ही असली वजह
▫️वेनेजुएला के पास दुनिया का सबसे बड़ा प्रमाणित तेल भंडार है, करीब 303 बिलियन बैरल। हालांकि उत्पादन काफी गिर चुका है और फिलहाल एक दिन में औसतन 8.60 लाख बैरल तेल ही निकाला जा रहा है। विशेषज्ञ मानते हैं कि ट्रम्प प्रशासन की सख्ती के पीछे तेल बड़ा कारण हो सकता है। अमेरिका की ऑइल इंडस्ट्री वेनेजुएला के भारी और गाढ़े क्रूड में खास दिलचस्पी रखती है, क्योंकि यह अमेरिकी रिफाइनरियों के लिए ज्यादा फायदेमंद है।

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▪️अमेरिकी कंपनियों को फायदा
▫️वर्तमान में वेनेजुएला में अमेरिका की केवल एक बड़ी तेल कंपनी सक्रिय है, जो कुल उत्पादन का लगभग 20 प्रतिशत निकालती है। ट्रम्प प्रशासन की नीति से यह संभावना जताई जा रही है कि भविष्य में अमेरिकी कंपनियों को वहां ज्यादा अवसर मिल सकते हैं। इसी कारण मादुरो सरकार आरोप लगाती रही है कि अमेरिका ड्रग्स और लोकतंत्र की आड़ में वेनेजुएला के तेल पर कब्जा करना चाहता है।

▪️मादुरो का जवाब
▫️राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने अमेरिका पर सीधा आरोप लगाया है कि वह उनकी सरकार को गिराने की साजिश कर रहा है। मादुरो का कहना है कि वेनेजुएला अपनी संप्रभुता और संसाधनों की रक्षा करेगा और किसी भी दबाव के आगे नहीं झुकेगा।

▪️और अंत में••••••
▫️ट्रम्प के निशाने पर आया वेनेजुएला आज केवल एक देश नहीं, बल्कि वैश्विक राजनीति की बड़ी लड़ाई का केंद्र बन चुका है। ड्रग्स, तेल, माइग्रेशन और सत्ता परिवर्तन की राजनीति ने हालात को युद्ध के करीब पहुंचा दिया है। आने वाले दिनों में यह साफ होगा कि यह टकराव कूटनीति से सुलझता है या कैरिबियन क्षेत्र एक बड़े सैन्य संघर्ष की ओर बढ़ता है।