
मध्यप्रदेश में 36 हजार करोड़ से बनेंगे 6 एक्सप्रेस वे और प्रगति पथ,जून 2028 तक परियोजनाएं होंगी पूर्ण
भोपाल: मध्यप्रदेश में आने वाले समय में छह प्रमुख एक्सप्रेस वे और प्रगतिपथ का निर्माण किया जाएगा। 36 हजार 483 करोड़ रुपए से इनका निर्माण किया जाएगा। इनके निर्माण से आने वाले समय में शहरों के बीच की दुरियां घटेंगी और आवागमन का समय कम हो जाएगा। बढ़ते यातायात से भी निजात मिलेगी। इन सभी परियोजनाओं का निर्माण जून 2028 तक किया जाएगा।
प्रदेश में तीन हजार 368 किलोमीटर लंबी इन विकास पथ और एक्सप्रेस वे का निर्माण किया जाएगा। विंध्य में 676 किलोमीटर लंबा विंध्य एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा। इसके निर्माण पर 3 हजार 809 करोड़ रुपए की लागत आएगी। यह एक्सप्रेस वे जून 2028 तक पूरा होगा। नर्मदा प्रगतिपथ 867 किलोमीटर लंबाई में बनेगा। इसके निर्माण पर 5 हजार 299 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। नर्मदा प्रगतिपथ को जून 2028 तक पूर्ण करने का लक्ष्य दिया गया है। मालवा-निमाड़ विकासपथ साढ़े चार सौ किलोमीटर लंबाई का होगा और इसके निर्माण पर 7 हजार 972 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। इसे दिसंबर 2027 तक पूरा कर लिया जाएगा।
अटल प्रगतिपथ 12 हजार 227 करोड़ रुपए खर्च कर 299 किलोमीटर लंबे क्षेत्र में तैयार कि या जाएगा। इसका काम शुरु हो गया है और इसे शीघ्रता से पूरा किया जाएगा। बुंदेलखंड विकासपथ में 330 किलोमीटर लंबे मार्ग का निर्माण 3 हजार 357 करोड़ से किया जाएगा। इसे जून 2028 तक पूरा करने का लक्ष्य है। मध्य भारत विकास पथ के निर्माण पर 3 हजार 819 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इसमें 746 लंबी सड़क तैयार की जाएगी। इसका निर्माण जून 2028 तक पूरा हो जाएगा। इन सभी परियोजनाओं के पूर्ण होंने से प्रदेश में तेज, सुरक्षित और आधुनिक कनेक्टिविटी उपलब्ध होगी साथ ही औद्योगिक, कृषि और सामाजिक गतिविधियों को भी गति मिल सकेगी। लंबी-चौड़ी सड़कों के निर्माण से यातायात का दबाव कम होगा। कई गांव और शहरों को जोड़कर उनके बीच लगने वाली दूरियां कम की जाएंगी। सड़कों की कनेक्टिविटी से प्रदेश में औद्योगिक विकास तेजी से होगा। निवेशक रुचि लेंगे और नई औद्योगिक परियोजनाओं का भी इन एक्सप्रेस वे के आसपास शुरु किया जा सकेगा जिससे पर्याप्त मात्रा में रोजगार भी मिलेगा और निवेश भी बढ़ेगा।





