Police protection for prostitution racket : देह व्यापार का अड्डा चलाने वाले ढाबे को पुलिस संरक्षण   

घंटे के हिसाब से कमरों का किराया वसूला जाता, ढाबा तो सिर्फ दिखावे के लिए   

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Indore : रविवार रात बाणगंगा इलाके के राजपुताना ढाबे पर लंबे समय से चल रहे देह व्यापार के अड़ड़े पर पुलिस ने दबिश डाली थी। जबकि, जानकारियां बताती है कि क्राइम ब्रांच को भी महीने भर से इस बारे में सूचना मिल रही थी।

पुलिस ने रविवार रात यहां 15 युवक-युवतियों को संदिग्ध हालत में पकड़ा। अब आरोप लग रहे हैं कि बाणगंगा पुलिस के संरक्षण में ही देह व्यापार का अड्डा (Prostitution racket under the protection of police) चल रहा था।

इस घटना के बाद कहा जा रहा है कि पुलिसवालों का इन अड्डों पर लगातार आना-जाना (Continuous movement of policemen to these racket) रहता है।

क्राइम ब्रांच के डीसीपी (Crime Branch DCP) को पिछले कुछ दिनों से लगातार शिकायत मिल रही थी कि राजपूताना ढाबे में बड़े स्तर पर देह व्यापार की अनैतिक गतिविधियां चल रही है।

दिखावे के लिए ढाबा चलाया जाता है, जबकि ऊपर देह व्यापार का अड्डा चल रहा (Dhaba is run for show, while the den of prostitution is running above) था।

क्राइम ब्रांच की टीम ने यहां दबिश दी और बालू सिंह चौहान, अजय चंदवाने, राजेश साहू, आदर्श मराठा, रोहित जायसवाल, शुभम राठौड़, गोलू कुशवाहा, लोकेश यादव सहित आधा दर्जन युवतियों को भी पकड़ा है। होटल से बड़ी मात्रा में संदिग्ध चीजें भी मिली है।

ढाबा मालिक युवक-युवतियों से घंटे के हिसाब से किराया (Rent by the hour) लेकर कमरा उपलब्ध कराता था। ढाबे के पीछे की तरफ छोटे-छोटे कमरे बना रखे थे। कॉलगर्ल खुद यहां ग्राहक लेकर आती थीं।

ढाबा मैनेजर बालूसिंह चौहान केवल ग्राहकों के आईडी रखता था। कमरों में पीछे भी दरवाजे बने थे। कई बार पुलिस कार्रवाई के दौरान ग्राहक और कॉलगर्ल इन दरवाजों से भाग जाते थे।

यहां कमरे का किराया घंटे के हिसाब से 300 से लेकर 500 रुपए तक होता है। कॉलगर्ल 500 से लेकर 1000 तक चार्ज करती थीं।

पूछताछ में पकड़ी गई युवतियों ने बताया कि उनकी ढाबे पर लंबे समय से जमावट कर रखी थी। मामला पकड़ाने के बाद पुलिस ढाबे में लगे सीसीटीवी कैमरे खंगालने में जुट गई है।

जो युवक-युवती कमरे से निकलते देखे जाएंगे, उनकी जानकारी निकालकर उनसे पूछताछ की जाएगी। ढाबे पर अनैतिक कार्य चलने के बाद पुलिस ने खाद्य विभाग को पत्र लिखा है कि इसका लायसेंस निरस्त कर दिया जाए।