भोपाल: मप्र में शिवराज सरकार कोरोना काल की चुनौतियों से पार पाने के बाद पहली बार उस समय सबसे ज्यादा खुश नजर आई, जब नितिन गडकरी की मौजूदगी में 9,756 करोड़ की 34 राष्ट्रीय राजमार्ग योजनाओं का भूमिपूजन और लोकार्पण समारोह सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी सभागार की गरिमामय साज सज्जा देखकर दिल खोलकर कह रहे थे, शिवराज जी जितना चाहो, उतना मांग लो। गडकरी का बस इतना कहना ही काफी था और शिवराज सिंह चौहान फूले नहीं समाए।
इस अवसर पर उपस्थित मंत्रियों और अधिकारियों में सबसे ज्यादा खुश लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव नीरज मंडलोई नजर आए। उनका खुश होना वाजबी था। दरअसल, इस समारोह के शिल्पी नीरज मंडलोई ही थे।
नीरज के ही योजनाबद्ध प्रयासों का परिणाम यह सफल समारोह था, जिससे जहां शिवराज सिंह चौहान और गोपाल भार्गव तो गदगद थे, नितिन गडकरी ने भी जिस अंदाज में मध्यप्रदेश की तारीफ की, वह मध्य प्रदेश के विकास में मील का पत्थर साबित होगी।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस-वे भारत माला परियोजना के अन्तर्गत देश की राजधानी दिल्ली से देश की वाणिज्यिक राजधानी मुम्बई को जोड़ने वाली सर्वाधिक महत्वाकांक्षी परियोजना है। लगभग 1350 किलोमीटर लंबाई वाले इस मार्ग के निर्माण पर भारत सरकार द्वारा 90 हजार करोड़ रुपये की राशि व्यय की जा रही है। इस परियोजना को जनवरी 2023 तक पूर्ण करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। यह राष्ट्रीय राजमार्ग देश में एमपी के अलावा 5 राज्यों दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र से होकर गुजरेगा।
इस महत्वाकांक्षी परियोजना का 245 किलोमीटर एरिया मध्यप्रदेश में राजस्थान के रामगंज मंडी से प्रवेश करता हुआ मंदसौर, रतलाम, झाबुआ जिले से गुजरता अनास नदी के पास गुजरात राज्य में प्रवेश करेगा। प्रदेश में 245 किलोमीटर एक्सप्रेस-वे निर्माण पर 11 हजार 183 करोड़ रुपये का व्यय होगा। प्रदेश में एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है। यह एक्सप्रेस-वे मध्यप्रदेश के विकास में वरदान सिद्ध होगा। प्रदेश के सीमावर्ती जिले झाबुआ, रतलाम, मंदसौर के साथ उज्जैन, इंदौर भी दिल्ली और मुम्बई से सीधे जुड़ सकेंगे। एक्सप्रेस-वे से आसपास के क्षेत्र में आर्थिक विकास गतिविधियों का तेजी से विकास संभव होगा।
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