छतरपुर से राजेश चौरसिया की रिपोर्ट
छतरपुर: जिले के प्रभारी मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा की सज्जनता का लाभ भाजपा नेताओं और अधिकारियों ने तबादलों में भरपूर उठाया। मिली जानकारी के अनुसार जिले में विभिन्न विभागों में किए गए ट्रांसफरों में प्रभारी मंत्री को गुमराह कर कुछ ऐसे तबादले कर दिए गए हैं जिसके कारण उन परिवारों पर तबादलों की गाज के कारण परिवार पर आर्थिक संकट आ गया है।
मिली जानकारी के अनुसार आयुष विभाग में एक महिला कार्यकर्ता श्रीमती रमादेवी सेन को शासकीय आयुर्वेदिक औषधालय खजुराहो से ट्रांसफर कर शासकीय आयुर्वेदिक औषधालय रानीताल स्थानांतरण किया गया है वह भी प्रशासकीय तौर पर। पीड़ित महिला के छोटे बच्चे ने आज प्रभारी मंत्री को अपनी मां का स्थानांतरण निरस्त करने का आवेदन दिया।
पीड़ित महिला ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि उनका पति बाहर मजदूरी करने के लिए गए हैं और दो छोटे छोटे बच्चे हैं मेरा तबादला वर्ष 19 में किया गया था उसके बाद अब खजुराहो से रानीताल कर दिया गया है। मैं ट्रांसफर से काफी दुखी हूं और एक माह से इधर उधर भटक रही हूं वेतन भी नहीं मिला है परिवार की स्थिति दयनीय है ऐसी स्थिति में केवल बच्चों के साथ आत्महत्या करने के अलावा कोई रास्ता नहीं है।
हालांकि प्रभारी मंत्री ने महिला को आश्वासन दिया है कि तबादला निरस्त किया जाएगा और आप धैर्य रखें।
फिलहाल मप्र के मुख्यमंत्री जहां महिलाओं को व स्वसहायता समूह को बीसी के माध्यम से विभिन्न प्रकार का लाभ देने की बात करते हैं वहीं जिले के जिम्मेदार अधिकारी महिलाओं को जंगलों में जबरियन पोस्टिंग कर रहे हैँ मुख्यमंत्री की मंशा पर पानी फेरा जा रहा है।
आज ऑडिटोरियम हाल में पीड़ित महिला और उसका बच्चा अपना आवेदन लेकर प्रभारी मंत्री से गिडगिड़ा रहा था पूर्व भाजपा के जिलाध्यक्ष उमेशशुक्ला ने प्रभारी मंत्री से कहकर स्थानांतरण निरस्त किए जो की बात कही और प्रभारी मंत्री ने आश्वसन दिया कि एक दो दिन के अंदर आपका स्थानांतरण निरस्त कर दिया जाएगा।