Dhol Festival at Brajdham Haveli : ब्रजधाम हवेली में होली पर ढोल उत्सव, दो साल बाद लोगों पर रंग चढ़ा

ठाकुर जी के चार विशेष दर्शन, जमकर होली खेली, रसिया गीत पर मंदिर परिसर में लोग थिरके

1833

Dhol Festival at Brajdham Haveli : ब्रजधाम हवेली में होली पर ढोल उत्सव, दो साल बाद लोगों पर रंग चढ़ा

खरगोन से आशुतोष पुरोहित की रिपोर्ट

Khargone : होली के अवसर पर स्थानीय ब्रजधाम हवेली में ढोल उत्सव का आयोजन किया गया। इस दौरान ब्रज की तर्ज पर लोगों ने ठाकुरजी के साथ जमकर होली खेली। हवेली मे ढोल उत्सव को लेकर ठाकुरजी के चार विशेष दर्शन के दौरान श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा, वहीं होली की धूम भी जमकर रही। कोरोना के चलते दो वर्षो के बाद लोगों में रंगों की बौछार के बीच होली का रंग सिर चढकर बोला।

अवनि ग्राम स्थित ब्रजधाम हवेली में ब्रज की तर्ज पर 40 दिन तक होली का उत्सव चलता है। आज अंतिम दिन लोगों में इसका अच्छा खासा उत्साह देखा गया। कोरोना के पुराने दिनों को भूलकर लोगों ने होली का पूरा आनंद उठाया। मंदिर परिसर में प्राकृतिक रंगों की होली खेली गई। हर कोई श्रद्धालु मुखिया जी की पिचकारी से रंगों की बौछार अपने ऊपर डलवाने के लिए आतुर नजर आया।

इस दौरान मंदिर परिसर में होली के रसिया गीत की धूम रही। होली के ब्रज गीतों पर लोग जमकर थिरके। फाग उत्सव के दौरान मंदिर में मौजूद हर श्रद्धालु अपने ऊपर रंगों की बौछार होने को धन्य मानता है। इस दौरान मंदिर परिसर में होये होये होली है की जमकर गूंज रही। मंदिर की होली में शामिल श्रद्धालु दीपक महाजन का मानना है की ब्रजधाम हवेली में 40 दिन ब्रज की तर्ज होली खेली जाती है। यहां की होली में काफी आनंद आता है। ऐसा लगता है की हम ठाकुर जी के साथ होली खेल रहे है।

श्रद्धालु श्यामा महाजन का कहना था की होली के दिन चार दर्शन में ठाकुरजी के साथ विशेष होली खेली जाती है। होली के दौरान मथुरा, वृन्दावन बरसाना में खेली जानी वाली होली की याद यहाँ ताजा हो जाती है। हर वर्ग के लोग होली का आनंद लेते है। कपड़ा व्यापारी संघ के अध्यक्ष द्वारकादास महाजन का कहना है की ब्रज की तर्ज पर होली खेली जाती है। दो साल से कोरोना के चलते होली से दूर हुए लोगों ने इस साल होली का जमकर आनंद उठाया। यहाँ की होली से लगता है कि हम ब्रज में ही होली खेल रहे हैं।