Bhopal : रामनवमी और हनुमान जयंती भव्य मनाने के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं के नाम परिपत्र जारी करके प्रदेश कांग्रेस फंस गई। पार्टी के भोपाल के एक क्षेत्र के विधायक आरिफ मसूद ने सवाल उठा दिया। आरिफ मसूद ने आपत्ति लेते हुए पार्टी से पूछा कि रामनवमी और हनुमान जयंती के लिए परिपत्र जारी किया तो रमजान से परहेज क्यों! फिर तो गणगौर और दूसरे धार्मिक त्योहारों के लिए भी परिपत्र जारी किया जाना था।
इस मामले पर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि आरिफ मसूद को आत्मचिंतन करना चाहिए। कांग्रेस का मुस्लिमों से वास्ता सिर्फ वोट बैंक तक सीमित है। भाजपा का भय बताकर कांग्रेस मुस्लिमों को कांग्रेस का वोटर ही बना दिया गया है।
दरअसल, मध्य प्रदेश कांग्रेस के सॉफ्ट हिंदुत्व पर खींचतान शुरू हो गई।
कांग्रेस के ही विधायक आरिफ मसूद ने पार्टी की ओर से रामनवमी और हनुमान जयंती को भव्यता के साथ मनाने के लिए जारी हुए पत्र पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि फिर तो रमजान के लिए भी परिपत्र जारी किया जाना चाहिए। इससे परहेज क्यों किया जा रहा!
प्रदेश कांग्रेस ने सभी जिलों के पदाधिकारियों को रामनवमी और हनुमान जयंती भव्य तरीके से मनाने के एक पत्र भेजा है। 10 अप्रैल को रामनवमी है और इस दिन कार्यकर्ताओं को राम कथा, रामलीला एवं भगवान राम की पूजा-अर्चना के कार्यक्रम करने को कहा गया है।
16 अप्रैल को हनुमान जयंती पर हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ करने के लिए कहा गया। इसके लिए जिला अध्यक्षों, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्षों, विधायकों, पूर्व विधायकों और लोकसभा प्रत्याशियों और मोर्चा-संगठन के पदाधिकारियों को पत्र भेजा गया।
कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने इस पर सवाल उठाते हुए कहा कि कांग्रेस का हिंदू वर्ग हमेशा से रामनवमी और हनुमान जयंती अच्छे से मनाता है। मेरे विधानसभा क्षेत्र में मेरे दोस्त हमेशा ही रामनवमी और हनुमान जयंती मनाते हैं।
इसे मनाने के लिए पत्र जारी करना किसी राजनीतिक दल के लिए ठीक नहीं है। यदि ऐसा परिपत्र रामनवमी और हनुमान जयंती के लिए जारी हो सकता है तो रमजान क्यों छोड़ दिया! इस पर मेरा ऐतराज है।
मसूद ने कहा कि इस तरह के पत्र जारी करने वाले को उसका उद्देश्य बताना चाहिए। मेरी नजर में यह गलत है। नवरात्र चल रहे हैं तब मेरे साथी ने व्रत रखा है। मैं भी रमजान में रोजा रख रहा हूं। ऐसा हमेशा से रखते आ रहे हैं। इसमें पत्र जारी करने की जरूरत क्या है?
भाजपा के प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने भी प्रतिक्रिया व्यक्त की कि ये आरिफ मसूद ने ये सवाल कमलनाथ से किया है, जो मुस्लिमों के प्रति तुष्टिकरण की नीति अपनाती रही है। आरिफ मसूद हमेशा हिन्दुओं और हिन्दू त्योहारों पर टिप्पणी करते रहे हैं।