Indore : राज्य सायबर सेल की टीम ने दो विदेशी ठगोरों सहित चार को गिरफ्त में लिया है। आरोपी पहले ऑनलाइन दोस्ती करते, फिर महंगे गिफ्ट भेजने के नाम पर कस्टम डिपार्टमेंट में खाना पूर्ति के नाम पर लाखों रुपए ठग लेते थे। पकड़ाए गए दोनों विदेशी हैं। एक सोमालिया और दूसरा नाइजीरिया का है, जिनका वीजा समाप्त हो चुका है।
राज्य सायबर सेल ने बताया कि फौजी ओमर पिता मोहम्मद ओमर निवासी हरगेसिया, सोमालीलेंड, सोमालिया (वर्ष 2007 में विजा एक्सपायर) को पर्याप्त साक्ष्य होने पर अभिरक्षा में लिया गया। प्रकरण के सबंध में पूछताछ करने पर मोहित सिंह पिता उर्फ राजीव कुमार पिता दौलत निवासी सोढी कालोनी, रुद्रपुर, उत्तराखंड द्वारा प्रकरण में फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस व पेन कार्ड के आधार पर दो बैंक खाते खुलवाकर अपने जीजा सोहनसिंह पिता दौलत सुखपाल निवासी सोढी कालोनी, रुद्रपुर, उत्तराखंड को दिए थे।
सोहन सिंह अपने स्वयं के व एक फर्जी फर्म तैयार कर उसके बैंक खाते में अपने नाइजीरियन दोस्त किश्चियन एडीके पिता नौउका निवासी इमुदिया स्ट्रीट, एग्बोर, नाइजीरिया (वर्ष 2015 में विसाएक्सपायर) व सोमालिया के दोस्त फौजी ओमर को उपलब्ध करवाकर अपना हिस्सा और कमीशन लेता था। सोहन सिह जिन लोगों के बैंक खातों का उपयोग करता, उनको भी कमीशन देता था।
क्रिश्चियन एडिके फेसबुक पर सुन्दर व आकर्षक युवतियो व युवको के नाम से आई.डी. बनाकर भारतीयों के अलावा व विदेशी (यूनाइटेड किंगडम, यूएसए व अरब देशों) के कई लोगों के विपरीत लिंग अनुसार फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजता और लम्बे समय तक बात कर विश्वास मे लेता, फिर उनके लिए महंगे गिफ्ट, परिधान, आईफोन, डायमंड ज्वेलरी व विदेशी करेंसी भेजने का झांसा देता।
इसके कुछ दिन बाद फौजी ओमर व सोहन सिंह लोगों को कस्टम डिपार्टमेंट व मनी लांडरिंग व एंटी टेररिस्ट सर्टीफिकेट के नाम पर राशि जमा करवाते थे। राशि जमा करने की जानकारी पीड़ितों से मिलते ही एटीएम से व चेक से आहरण कर आपस में हिस्सा कर लेते थे।
आरोपी अपने दैनिक जीवन यापन, महंगी लाइफ स्टाइल, ड्रग्स व मौज-मस्ती पर खर्च करने के लिए व हर दिन नए ब्रांडेड कपड़े खरीदने में ठगी का राशि का उपयोग करते थे। आरोपियों के कब्जे से एटीएम कार्ड, पैन कार्ड, चेक बुक, मोबाइल फोन व लैपटॉप जब्त किए हैं।
प्रकरण में आरोपियों का पुलिस रिमांड लेकर बैंक खातों में आई राशि व अन्य लोगों के साथ की गई ठगी के संबंध में पूछताछ की जा रही है। पूछताछ के दौरान ज्ञात हुआ की नाइजीरियन क्रिश्चियन एडीके व सोमालिया का फौजी ओमर अवैध तरीके से भारत में वीजा एक्सपायर होने के बाद भी रह रहे थे।