इंदौर में तेगबहादुर चेरिटेबिल ट्रस्ट की जांच EOW और रजिस्ट्रार पब्लिक ट्रस्ट को

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भोपाल: इंदौर में इंडो फ्रेंड्स फाउंडेशन ट्र्स्ट और गुरु तेगबहादुर चेरिटेबल हास्पिटल ट्र्स्ट में हो रही आर्थिक अनियमितता का मामला इन दिनों सरगर्म है। इसके बाद ट्रस्ट के सदस्यों द्वारा की गई शिकायत की जांच रजिस्ट्रार पब्लिक ट्रस्ट जूनी इंदौर और EOW द्वारा की जा रही है। इस ट्रस्ट के अंतर्गत महाराजा रणजीत सिंह कालेज एवं गुरु हरकिशन पब्लिक स्कूल संचालित किए जाते हैं। इसके ट्रस्टी सुरिंदर सिंह भाटिया, वरिष्ठ ट्रस्टी कृपाल सिंह भाटिया, मनजीत सिंह भाटिया द्वारा इस ट्रस्ट में की जाने वाली अनियमितताओं को लेकर कलेक्टर और ईओडब्ल्यू में कम्प्लेन की गई है।

ट्रस्ट में की गई गड़बड़ी को लेकर जो कम्प्लेन हुई है, उसमें ट्रस्ट के मैनेजिंग ट्रस्टी डॉ रघुवीर सिंह माखीजा, सीईओ सतविन्दर सिंह और अध्यक्ष डॉ रमेश बदलानी द्वारा जमीन और नकदी राशि में हेरफेर किए के आरोप लगाकर जांच की मांग की गई है। डॉ बदलानी माडल डेंटल कालेज के मामले में धोखाधड़ी का केस दर्ज होने के बाद जमानत पर हैं और अब उन पर फिर आरोप लगे हैं।

रघुवीर सिंह माखीजा पर आरोप हैं कि उनके द्वारा ट्रस्ट की प्रापर्टी की आमदनी का उपयोग अपने निजी संस्थानों में किया जा रहा है। साथ ही अपने परिवार के सदस्यों को उच्च पदों पर नियुक्त कर उनको योग्यता से अधिक वेतन दिया जा रहा है। अन्य ट्रस्टियों को ट्रस्ट के आय व्यय की जानकारी और ट्रस्ट की गतिविधियों से भी दूर रखा जा रहा है। शिकायत करने वालों का आरोप है कि जब इनके बारे में जानकारी लेने की कोशिश की जाती है तो महिलाओं को आगे करके जानकारी चाहने वाले ट्रस्टियों के विरुद्ध झूठी शिकायतें कराई जाती हैं ताकि उनके गलत कामों का विरोध न करें।

शिकायत में यह भी कहा गया है कि गुरुद्वारा गुरुतेग बहादुर साहिब ट्रस्ट को 1984 के दंगों के बाद मुआवजा राशि मिली थी। इसमें से सात से आठ लाख रुपए जमीन खरीदने के लिए माखीजा ने प्राप्त किए थे, उसकी भी जांच होनी चाहिए। इस खरीदी गई जमीन का मालिकाना हक संगत का हो या यह मूल ट्रस्ट के धिपत्य में सौंपी जाए।