British PM बोले, Covid-19 से बचाव के लिए मैंने भी भारतीय टीका ही लगवाया था

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सुदेश गौड़ की ख़ास खबर 

Bhopal: Covid-19 के खिलाफ चलाए गए भारतीय अभियान में भारत में निर्मित टीकों को अहम भूमिका रही। पर क्षुद्र राजनीति के चलते हमारे देश के अनेक नेताओं ने भारतीय टीकों पर अविश्वास जताते हुए उसे न लगवाने का ऐलान तक कर दिया था।

इन क्षुद्र राजनीतिक सुपारीबाज नेताओं ने मोदी विरोध के चलते जानबूझकर देश का नाम बदनाम करने की कोशिश की थी।

ऐसे क्षुद्र राजनीतिक जन्तुओं को जवाब देते हुए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने आज दिल्ली में हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ दिए गए संयुक्त वक्तव्य में दुनिया के सामने भारतीय टीकों की तारीफ़ ही नहीं की बल्कि बताया कि मैंने भी कोविड से बचाव के लिए अपनी बाजू पर भारतीय टीका ही लगवाया था।

उन्होंने इस पहल के लिए प्रधानमंत्री मोदी व भारतीय वैज्ञानिकों की भूरि भूरि प्रशंसा की। ब्रिटिश प्रधानमंत्री की इस घोषणा से भारतीय टीकों पर अविश्वास जताते हुए न लगवाने की घोषणा करने वाले नेताओं को आज अपनी मूर्खता पर थोड़ी शर्म तो आई होगी।

आपको बता दें कि ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने 19 मार्च 2021, शुक्रवार को कोविड-19 वैक्सीन एस्ट्राजेनेका का पहला टीका लगाने के साथ ही इस वैक्सीन को लेकर उठाए जा रहे संदेहों को भी खारिज किया था।

उस वक़्त उन्होंने सभी लोगों से इसके इस्तेमाल की अपील करते हुए कहा था कि, “वैक्सीन लगाने से उन्हें किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं हुई.”

लंदन के सेंट थॉमस अस्पताल में वैक्सीन का टीका लगवाने के बाद जॉनसन ने कहा था, “वैक्सीन लगाकर मुझे अच्छा महसूस हो रहा है।ये बहुत जल्दी हो गया और मुझे कोई परेशानी भी नहीं हुई।”

तब उन्होंने कहा था, “मैं लोगों से अपील करता हूं, जब भी आपको वैक्सीन लगवाने को लेकर निर्देश मिले, आप जरूर लगवाने जाए,ये आपके साथ साथ आपके परिवार और आपके आसपास सभी के लिए बेहतर होगा।”

आपको बता दूं कि भारत सरकार 20 अप्रैल 2022 तक अपनी 72.4% आबादी यानी 998,570,814 लोगों को टीकों की पहली डोज दे चुकी है।61.3% आबादी यानी 845,392,713 लोगों को टीकों की दोनों डोज लग चुकी हैं। 1.8% आबादी यानी 25,512,271 लोगों को बूस्टर डोज भी लग चुकी है।