भिण्ड से परानिधेश भारद्वाज की रिपोर्ट
भिंड:मध्यप्रदेश के भिंड जिले में एक युवक द्वारा अपने ससुराली जनों को फसाने के लिए योजनाबद्ध तरीके से अपने दोस्त के माध्यम से अपनी मां की ही जान लेने की कोशिश करने का मामला सामने आया है। एक बेटे द्वारा अपने दोस्त के माध्यम से अपनी ही मां पर गोली चलवा दी गई।
घटना गुरुवार की है जिसमें महज 24 घंटे में ही पुलिस ने खुलासा करते हुए आरोपी बेटे एवं उसके दोस्त को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
दरअसल गुरुवार की सुबह देहात थाना पुलिस को सूचना मिली कि भिंड भारौली रोड पर बबेड़ी गांव के पास एक महिला को बाइक सवारों ने गोली मार दी है। जिसके बाद देहात थाना पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी।
पुलिस के अनुसार पहले घायल महिला द्वारा बताया गया कि अज्ञात आरोपियों ने उसके गोली मारी है।
लेकिन बाद में बयान बदलते हुए उसके द्वारा बेटे के ससुराली जनों के नाम लेते हुए उन पर मामला दर्ज करने की मांग की गई। लेकिन देहात थाना प्रभारी रामबाबू यादव ने मामले की बारीकी से जांच करते हुए तुरंत महिला द्वारा बताए गए आरोपियों के घरों पर उनकी तलाश की तो सभी आरोपी अलग-अलग जगहों पर अपने अपने घरों पर मिले।
देहात थाना प्रभारी रामबाबू यादव को घायल महिला द्वारा बदले गए बयानों के आधार पर मामला संदेहास्पद लगा। जिसके बाद उन्होंने जब महिला के लड़के से सख्ती से पूछताछ की तो उसने कबूल किया कि अपनी मां पर उसने ही अपने दोस्त के जरिए गोली चलवाई थी।
उसके ससुराली जन उसके ऊपर दहेज प्रताड़ना का मामला चलवा रहे हैं। ऐसे में अपने ससुरालियों को फसाने के लिए राघवेंद्र ने अपने दोस्त प्रदीप के साथ मिलकर यह साजिश रची और अपनी ही मां के हाथ में गोली मार दी।
साजिश के तहत गुरुवार सुबह जब वह अपनी मां को गांव से अपने ताऊ के यहां लेकर जा रहा था, उसी समय प्रदीप ने उसके सामने मोटरसाइकिल लगा दी और कट्टा तान दिया। अपने ऊपर कट्टा तनते ही प्लानिंग के अनुसार राघवेंद्र मोटरसाइकिल छोड़ भाग खड़ा हुआ।
जबकि प्रदीप ने उसकी मां के हाथ में गोली मार दी और वह फरार हो गया। लेकिन देहात थाना प्रभारी के सामने राघवेंद्र और प्रदीप की कहानी ज्यादा टिक नहीं पाई और उनकी पोल खुल गई।
पुलिस द्वारा आरोपियों के खिलाफ हत्या के प्रयास सहित विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कमलेश कुमार खरपुसे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर घटना का खुलासा किया।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कमलेश कुमार खरपुसे द्वारा बताया गया कि दोनों ही आरोपी आपराधिक प्रवृत्ति के हैं, जिनमें षड्यंत्र रचने वाले राघवेंद्र के ऊपर पहले से 6 मामले दर्ज हैं जबकि गोली चलाने वाले प्रदीप के ऊपर पहले से एक मामला दर्ज है।