गेहूँ के निर्यात पर प्रतिबंध से भारतीय किसान संघ नाराज

किसानों के हित में नहीं है प्रतिबंध, किसानों को मिले 500 रुपये प्रति क्विंटल बोनस: भारतीय किसान संघ

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भोपाल : गेहूँ के निर्यात पर प्रतिबंध लगाए जाने के केंद्र सरकार के फैसले का भारतीय किसान संघ ने विरोध करते हुए इससे प्रभावित होने वाले किसानों के लिए 500 रुपये प्रति क्विंटल बोनस दिए जाने की मांग की हैं।

केंद्र सरकार द्वारा गेहूँ के निर्यात पर प्रतिबंध लगाए जाने का भारतीय किसान संघ ने विरोध करते हुए एक वीडियो भी जारी किया है|

भारतीय किसान संघ के मध्य क्षेत्र के क्षेत्र प्रचारक और वरिष्ठ किसान नेता महेश चौधरी ने केंद्र सरकार के खिलाफ नाराजगी जताते हुए कहा कि चंद रोज पहले केंद्र सरकार पूरी दुनिया को गेहूँ खिलाने का दावा कर रही थी अचानक ऐसा क्या हुआ कि सरकार को निर्यात पर प्रतिबंध लगाना पड़ा।

महेश चौधरी का कहना है कि निर्यात पर प्रतिबंध लगाए जाने से हजारों किसानों का भुगतान व्यपारियों पर अटक गया है वे परेशान हो रहे हैं, वहीं बाजार में गेहूँ के दाम अचानक गिर जाने से किसानों को 300 रुपये प्रति क्विंटल का नुकसान हुआ है।

ऐसी परिस्थिति में भारतीय किसान संघ की केंद्र और राज्य सरकार से मांग है कि किसानों को 500 रुपये प्रति क्विंटल का बोनस दिया जाए साथ ही होना यह चाहिए कि जब फसल आती है उस समय निर्यात चालू होना चाहिए ताकि किसानों को अपनी मेहनत का उचित दाम मिल सके।

वही भारतीय किसान संघ के मप्र के अध्यक्ष कमल सिंह अंजना ने कहा कि गेहूं निर्यात पर प्रतिबंध से मप्र के किसान प्रभावित हुए हैं, प्रतिबंध से पहले मंडी में गेहूँ 2100 से 2300 रुपये क्विंटल तक बिक रहा था, अब वो 1800 से 1900 क्विंटल तक ही मुश्किल से बिक पा रहा है जिससे किसानों को बहुत नुकसान हो रहा है।

ऐसे में केंद्र और राज्य सरकार को 500 रुपये प्रति क्विंटल प्रोत्साहन राशि किसानों को देनी चाहिए ओर भविष्य में किसानों के लिए निर्यात के दरवाजे खोले जाएँ जिससे किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य मिल सके।