इंदौर। बारिश का औसत आंकड़ा पार होने के बाद अब मध्यप्रदेश (MP) के कुछ जिलों में फिर बारिश की संभावना है। मौसम विभाग के मुताबिक अरब सागर में ‘गुलाब’ चक्रवात का सिस्टम बन रहा है। इस कारण Indore (इंदौर) सहित कई स्थानों पर तेज बारिश होगी। इसका असर तीन-चार दिन रह सकता है।
उड़ीसा, बंगाल की खाड़ी में गुलाब चक्रवात आया था, जिसका रुख अब अरब सागर की खाड़ी की और है। इसके चलते इसका असर गुजरात, छत्तीसगढ़ और पश्चिम मप्र में रहेगा। इससे इंदौर, धार, झाबुआ, मंदसौर, रतलाम, नीमच में सामान्य बारिश होगी।
इस सिस्टम (System) में अगर हवा तेज रही तो इसका असर 5-6 अक्टूबर तक रह सकता है। जिले में बारिश को लेकर शुरुआती दो महीने में चिंताजनक स्थितियां थी। लेकिन, अब वह खत्म हो गई। जुलाई-अगस्त में मात्र 10-11 इंच बारिश होने से लोग और किसान दोनों चिंतित हो गए थे।
कई इलाकों में सोयाबीन की फसल मुरझाने लगी थी। लेकिन, सितंबर की शुरुआत से ही लगभग हर दिन बारिश हुई, जिसके चलते दोपहर 1 से 2 बजे के दरमियान बादल छाए और रुक-रुककर बारिश होती रही। पूरे मौसम में कभी भी तीन घंटे से ज्यादा मूसलधार बारिश नहीं हुई, फिर भी उसने औसत आंकड़े को छू लिया।
इंदौर जिले के तालाबों की स्थिति भी अच्छी है। सिरपुर तालाब पूरी क्षमता 19 फीट तक भरा है। छोटा सिरपुर 14 फीट की क्षमता से थोड़ा ही नीचे है।
पीपल्यापाला तालाब भी 22 फीट तक भर गया। बड़ा बिलावली में 25 फीट पानी आ गया। बारिश के चलते मालवा-निमाड (Malwa-Nimad) सहित आसपास के क्षेत्रों में सोयाबीन की दूसरी बोवनी की फसलें पककर तैयार हैं।
अनुमानित कोटा पूरा होने के साथ ही अब गर्मी में जलसंकट की चिंता नहीं है। अक्टूबर-नवंबर में रबी की फसल की सिंचाई के लिए भी इंदौर (Indore) सहित मालवा-निमाड़ में स्थिति अच्छी रहेगी।
मौसम विभाग ने 29 सितंबर तक बारिश की संभावना जताई थी, लेकिन 27-28 सितंबर तक हल्की बारिश हुई। 29 सितंबर का दिन सूखा रहा। गुरुवार दोपहर से फिर बारिश शुरू हो गई है।