झुंड बनाकर आई महिलाओं ने मंडी व्यापारी से की साढ़े चार लाख रुपये की लूट

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उज्जैन से सुदर्शन सोनी की रिपोर्ट

उज्जैन । उज्जैन कृषि उपज मंडी में महिलाओं ने एक दुकान में घुसकर व्यापारी का 4 लाख 50 हजार रुपए से भरा हुआ बैग लूट लिया। व्यापारी को शंका हुई तो उसने तत्काल हम्माल और व्यापारियों की सहायता से 2 महिलाओं को दबोच लिया। हालांकि रुपयों से भरा बैग व्यापारी को नहीं मिल पाया। उक्त मामले में पुलिस ने केस दर्ज किया है।
शुक्रवार दोपहर 12:30 बजे व्यापारी रुपेश पाटनी निवासी क्षीरसागर आगर रोड स्थित कृषि उपज मंडी में स्थित दुकान पर बैठे हुए थे। उनका पशु आहार और खाद बीज का व्यापार है। दुकान में खाने और रुपए मांगने के लिए पारदी गिरोह की आधा दर्जन महिलाएं और बच्चे पहुंचे थे। महिलाओं ने रुपेश पाटनी को अकेला देखकर घेर लिया। जबकि कुछ बच्चे दुकान में घुस गए। रुपेश ने उन्हें बाहर निकल जाने को कहा तो महिलाओं ने सामान उठा लिया और साफ सफाई करने को कहा।
इसी दौरान एक महिला ने गल्ले में रखा बैग निकाल लिया। शंका होने पर व्यापारी रुपेश पाटनी ने तत्काल पास मौजूद हम्मालों और व्यापारियों को बुलाया। यह देख कर महिलाओं और बच्चों ने वहां से दौड़ लगा दी। रुपेश पाटनी को जब बैग नहीं मिला तो व्यापारी अन्य व्यापारियों के साथ पारदी महिलाओं के पीछे दौड़ पड़े। इस दौरान उन्होंने मंडी गेट पर और आगर रोड पर दो महिलाओं को पकड़ लिया। सूचना मिलते ही मौके पर चिमनगंज थाना पुलिस भी पहुंच गई थी। दिनदहाड़े मंडी में लाखों रुपए की लूट से व्यापारियों में आक्रोश व्याप्त हो गया। सूचना मिलते ही कई व्यापारी चिमनगंज थाना पहुंच गए। यहां पर पुलिस ने व्यापारी रूपेश कुमार पाटनी की शिकायत पर महिलाओं के खिलाफ केस दर्ज किया है। पुलिस को महिलाओं के पास से नोट से भरा बैग नहीं मिला है। व्यापारियों का आरोप है कि मंडी में इस प्रकार की घटनाएं अब आम हो चली है। किसान और मंडी व्यापारियों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम भी नहीं है।

पुलिस को देखकर महिला ने किया बेहोशी का ड्रामा

मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों महिलाओं को हिरासत में ले लिया। पुलिस को देखकर एक महिला ने जमकर नौटंकी की। उसने बेहोश होने का नाटक करते हुए खुद के हाथ पर ब्लेड मार ली। जिसके कारण पुलिस उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल लेकर पहुंची। जहां पर परीक्षण के बाद डॉक्टर ने महिला को स्वस्थ घोषित कर दिया। पुलिस हिरासत में ली गई महिलाओं से पूछताछ कर रही है।

लाखों का व्यापार, सीसीटीवी खराब

गौरतलब है कि कृषि उपज मंडी में प्रतिदिन लाखों का व्यापार होता है। किसान और व्यापारी लाखों रुपए की नगद का लेनदेन भी करते हैं। मंडी समिति द्वारा सुरक्षा के नाम पर केवल वृद्ध सुरक्षाकर्मी ही मंडी परिसर में तैनात किए गए हैं। जबकि परिसर में दिखावे के लिए सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं। लेकिन सीसीटीवी कैमरे खराब होने के कारण इनकी उपयोगिता का कोई मतलब नहीं है। व्यापारियों का आरोप है कि मंडी समिति किसान और व्यापारी की सुरक्षा पर कोई ध्यान नहीं दे रही है ।