Shri Mahakaleshwar Temple once again got ‘Bhog certificate from FSSAI
श्री महाकालेश्वर मंदिर को एक बार फिर मिला FSSAI का ‘भोग’ (BHOG) सर्टिफिकेट
उज्जैन से सुदर्शन सोनी की रिपोर्ट
उज्जैन । भारतीय खाद्य संरक्षा और मानक प्राधिकरण ( FSSAI ) भारत सरकार द्वारा विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर को स्वच्छ और शुद्ध भोग और भोजन प्रसाद के लिए एक बार फिर ‘भोग’ (BHOG) सर्टिफिकेट जारी किया गया है।आशीष सिंह कलेक्टर उज्जैन एवं अध्यक्ष श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति ने बताया कि भारत मे ईश को भोग लगाने की व्यापक परंपरा है जो शताब्दियों से चली आ रही है ।
इसे शुद्ध और पावन समझा जाता है। इसी महत्व को ध्यान में रखते हुए FSSAI द्वारा धार्मिक स्थलों में खाद्य स्वच्छता की अच्छी रीतियों को बढ़ावा देने के लिये ‘भोग’ (BHOG) नामक पहल शुरू की गई है । BHOG का अंग्रेजी अर्थ है Blissful Hygienic Offering to God और हिंदी अर्थ है ईश को आनंदपूर्ण चढ़ावा ।
भोग सर्टिफिकेशन के लिए धार्मिक स्थलों का खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम 2006 के अंतर्गत लाइसेंसिंग और खाद्य सुरक्षा के समस्त मानकों जैसे खाद्य सुरक्षा प्रबंधन प्रणाली, परिसर की स्वच्छता, कर्मचारियों की व्यैक्तिक स्वच्छता व मेडीकल परीक्षण, पानी और कच्ची खाद्य सामग्रियों की जांच, समय समय पर तैयार भोग प्रसाद की जांच, पेस्ट कंट्रोल, कर्मचारियों का खाद्य सुरक्षा प्रशिक्षण आदि का पालन अनिवार्य है।
इसके बाद fssai की अधिकृत ऑडिट एजेंसी द्वारा स्थानीय खाद्य सुरक्षा प्रशासन के साथ उपरोक्त समस्त मानकों का बारिकी से मूल्यांकन कर ऑडिट रिपोर्ट आयुक्त खाद्य सुरक्षा प्रशासन मध्यप्रदेश भोपाल भेजी जाती है जहाँ से टीप के साथ ऑडिट रिपोर्ट fssai को भेजी जाती है। ऑडिट रिपोर्ट के स्कोर के आधार पर संतुष्ट होने पर fssai द्वारा भोग का सर्टिफिकेट जारी किया जाता है ।
महाकाल मंदिर देश का पहला मंदिर है जिसमे मंदिर के अलावा मंदिर के आसपास के अन्य निजी खाद्य प्रतिष्ठानों को भी शामिल किया गया है।
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कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि मंदिर के लड्डू भोग और भोजन प्रसादी की स्वच्छता और शुद्धता को बनाये रखने और खाद्य सुरक्षा मानकों का पालन सुनिश्चित करने के लिए खाद्य सुरक्षा अधिकारी बी डी शर्मा एवं खाद्य सुरक्षा प्रशासन के अन्य खाद्य सुरक्षा अधिकारियों को नियुक्त किया गया है। जिनके द्वारा नियमित रूप से निरीक्षण किया जाता है और सुधार के प्रयास किये जाते हैं ।
उल्लेखनीय है कि महाकाल मंदिर को पूर्व में वर्ष 2019 में भी भोग का सर्टिफिकेट मिल चुका है।
और कुछ दिन पहले मंदिर के लड्डू प्रसाद और भोजन प्रसाद को फाइव स्टार रेटिंग मिल चुकी है।