Sewing Training Fraud : सिलाई प्रशिक्षण के नाम पर हजारों महिलाओं से करोड़ों की ठगी!
Indore : ममता महिला उत्थान फाउंडेशन के नाम पर एक करोड़ रुपए से ज्यादा की ठगी के मामले में क्राइम ब्रांच की टीम ने एक आरोपी अमित वर्मा को पकड़ा है। आरोपी ने करीब 500 सेंटर पर प्रशिक्षण प्राप्त महिलाओं से रुपए लेकर फाउंडेशन के खाते में जमा न करते हुए निजी खाते में जमा कर धोखाधड़ी की। इस वारदात के पीछे लखनऊ की गैंग बताई जा रही है और पकड़ा गया आरोपी इसी गैंग का गुर्गा है।
पुलिस उपायुक्त (क्राइम ब्रांच) निमिष अग्रवाल एवं अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त गुरू प्रसाद पाराशर ने बताया कि क्राइम ब्रांच में आवेदक महिला समूह द्वारा ममता महिला फाउंडेशन के विरुद्ध धोखाधड़ी संबंधी शिकायत की थी।
जिसकी जांच पुलिस उपायुक्त (अपराध) निमिष अग्रवाल के निर्देशन में फ्रॉड इन्वेस्टिगेशन सेल से कराई गई और फ्राड की जानकारी लेकर जांच की गई। जांच में पता चला कि महिला फरियादी को झूठ बोलकर झांसे में लेते हुए आरोपी अमित वर्मा ने फरियादी से संपर्क कर उन्हें ममता महिला उत्थान फाउंडेशन से जुड़कर उन्हें 20-20 महिलाओं को समूह में जोड़ने का बोलकर और उनसे 1-1 हजार रुपए लिए।
महिलाओं से कहा गया कि तीन माह तक सिलाई की ट्रेनिंग मिलेगी, उसके बदले में 9 हज़ार रुपए मिलेंगे और महिलाओं को ट्रेनिंग के बाद उनके द्वारा दिए गए एक हज़ार भी वापस दे दिए जाएंगे।
प्रमाण पत्र के साथ में संस्था द्वारा एक हज़ार रू अलग से दिए जाएंगे। अमित वर्मा ने झूठे वादे करके इंदौर एवं मंडलेश्वर में 6 ग्रुप खुलवाकर 120 महिलाओं से 1 लाख 8 हज़ार रू लेकर संस्था के खाते में पैसे न डलवाते हुए निजी बैंक खातों में पैसे ट्रांसफर करवाए। संबंधित महिलाओं को ट्रेनिंग के उपरांत पैसे वापस एवं अतिरिक्त पैसे दोनों ही राशि नहीं लौटाई गई और धोखाधड़ी की।
धार में हजारों महिलाओं को ठगा
इसी तरह धार की एक और अन्य महिला फरियादी जो 985 रू देकर संस्था से जुड़ी थी। उसे आरोपी ने बताया था कि तीन माह तक सिलाई का प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद आपको 2 हज़ार रू दिए जाएंगे, जो कि फरियादी खाते में पैसे डालकर भरोसा जताया।
आरोपी अमित वर्मा ने कहा कि आपको स्वयं टीचर बनकर 20-20 लोगो को जोड़कर सेंटर खोलना है। इस प्रकार शुरू में 6 सेंटर खोले सभी लोगों से 985 रू प्रत्येक से प्राप्त कर आरोपी के बताए बैंक खाते में पैसे डालते गए।
इसी प्रकार प्रशिक्षण प्राप्त महिलाओं को भी टीचर बनाकर फरियादी को सुपरवाइजर पद देते हुए कुल 500 सेंटर खोले गए। जिनमें करीब 10 हजार महिलाओं से 98 लाख 50 हज़ार रुपए संस्था में नकद एवं आरोपियों द्वारा बताए निजी बैंक खातों में ट्रांसफर किए गए।
यह राशि आज तक संबंधित टीचर एवं स्टूडेंट को प्राप्त नहीं हुई। संस्था की साइट पर जाकर चेक करने पर संस्था का रजिस्ट्रेशन एवं संपर्क नंबर फर्जी होना पाया गया। इस प्रकार महिला फरियादी से लाखो रुपए की ठगी की गई।
मामले में कार्रवाई करते हुए क्राइम ब्रांच की टीम ने आरोपी अमित वर्मा को पकड़ा व पूछताछ की गई।
आरोपी ने बताया कि वह ममता महिला उत्थान फाउंडेशन के रीजनल कॉर्डिनेटर पद पर पदस्थ था। अमित वर्मा के निर्देशन में संचालित ऑफिस इंदौर सहित प्रदेश के कई जिलों इसी तरह धोखाधड़ी करके महिलाओं से पैसे फाउंडेशन के खातों की जगह निजी बैंक खातों में डलवाकर कई लोगों के साथ करोड़ो रूपए की धोखाधडी करना कबूला जिसकी जांच की जा रही है।