Khandwa By Election
भोपाल: खंडवा लोकसभा उपचुनाव से कांग्रेस के एक दावेदार अरुण यादव के चुनाव मैदान से हटते ही दूसरे दावेदार सक्रिय हो गए। अरुण यादव की दावेदारी का विरोध कर रहे निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह उर्फ़ शेरा अपनी पत्नी जयश्री सिंह की उम्मीदवारी का दावा पेश करने भोपाल पहुँच गए। सुरेंद्र सिंह शेरा का कहना है कि खंडवा लोकसभा उपचुनाव से कांग्रेस के पैनल में दो ही नाम थे जय श्री ठाकुर और अरुण यादव। अब जब अरुण यादव मैदान से हट गए हैं तो जयश्री सिंह को टिकट मिलना तय है।
शेरा ने अरुण यादव को अच्छा इंसान बताते हुए कहा कि वे कांग्रेस के उम्मीदवार को जिताने के लिए काम करेंगे। लेकिन, अभी कांग्रेस ने जयश्री सिंह को टिकट दिए जाने का कोई फैसला नहीं किया है।
अपनी उम्मीदवारी छोड़ने के बाद आज इंदौर में अरुण यादव ने कहा कि खंडवा से जो भी पार्टी का उम्मीदवार होगा, हम सब पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ काम करेंगे। हमारी कोशिश होगी कि हम पूर्ण बहुमत के साथ चारों उपचुनाव जीते ताकि हम मिशन 2023 की तैयारी कर सके।
इंदौर में मीडिया से चर्चा करते हुए उन्होंने पहले ही कह दिया था कि वे किसी भी सवाल का कोई जवाब नहीं देंगे, केवल अपनी बात कहेंगे। उन्होंने कहा कि मैं पार्टी का कृतज्ञ हूं जिसने मुझे चार बार खंडवा लोकसभा सीट से मौका दिया व मुझे अनेक पदों से नवाजा। मै अपने निजी कारणों से दावेदारी छोड़ रहा हूँ। किसी निष्ठावान को मौका दिया जाएl खंडवा से जो भी पार्टी का उम्मीदवार होगा, हम सब पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ काम करेंगे। हमारी कोशिश होगी कि हम पूर्ण बहुमत के साथ चारों उपचुनाव जीते ताकि हम मिशन 2023 की तैयारी कर सके।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव खंडवा से उपचुनाव लड़ने की दावेदारी पेश कर रहे थे। इसके साथ ही कांग्रेस की तरफ से कई उम्मीदवार सामने आ रहे थे। ऐसे में कांग्रेस नेतृत्व के सामने नामों को लेकर असमंजस की स्थिति थी। अरुण यादव ने रविवार देर रात दावेदारों की सूची से अपना नाम अलग कर लिया है।
उन्होंने साफ कर दिया है कि मैं खंडवा से उपचुनाव नहीं लडूंगा। अरुण यादव ने ट्वीट कर कहा कि रविवार को कमलनाथ, मुकुल वासनिक से दिल्ली में व्यक्तिगत तौर पर मिलकर अपने पारिवारिक कारणों से खंडवा संसदीय निर्वाचन क्षेत्र से अपनी उम्मीदवारी प्रत्याशी न बनने को लेकर लिखित जानकारी दे दी है, अब पार्टी जिसे भी उम्मीदवार बनाएगी, मैं उनके समर्थन में पूर्ण सहयोग करूंगा।
कांग्रेस में अरुण यादव खंडवा से उपचुनाव लड़ने की तैयारी लंबे अर्से से कर रहे थे। इस बीच बुरहानपुर से निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा ने अपनी पत्नी के लिए टिकट की मांग की थी। सुरेंद्र सिंह शेरा ने कहा था कि कमलनाथ ने मुझे टिकट देने का आश्वासन दिया है। मेरी पत्नी सर्वे में भी आगे है। शेरा की मांग से ही अरुण यादव की राह में मुश्किलें खड़ी होने लगी थी।
पत्नी के लिए शेरा की तैयारी
सुरेंद्र सिंह ने इसके लिए बकायदा तैयारी भी शुरू कर दी है। पत्नी के समर्थन में सुरेंद्र सिंह इलाके में जनसभाएं कर अरुण यादव के खिलाफ माहौल भी बना रहे थे। शेरा ने अरुण यादव को बाहरी नेता बताते हुए कांग्रेस से टिकट दिए जाने का विरोध भी किया था।
लोकसभा उपचुनाव में पत्नी जयश्री ठाकुर की दावेदारी पर विधायक सुरेंद्र सिंह ने कहा कि कांग्रेस टिकट देगी तो जरूर लड़ेंगे। टिकट नहीं मिलने पर जनता चाहेगी तो निर्दलीय लड़ेंगे। विधानसभा चुनाव भी जनता की मर्जी से निर्दलीय लड़ा और जीते भी हैं। निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह ने पहले कई बार कहा कि कांग्रेस नेता अरुण यादव को यदि कांग्रेस से टिकट दिया जाता है तो वह इसका मुखर विरोध करेंगे!
यादव बाहरी नहीं
सुरेंद्र सिंह के विरोध पर कांग्रेस के जिला अध्यक्ष अजय सिंह रघुवंशी ने कहा था कि विधायक सुरेंद्र सिंह कांग्रेस से लंबे समय से बाहर हैं। उन्हें इसकी जानकारी ही नहीं है कि अरुण यादव चुनाव हारने के बाद कितनी बार जिले में आए। एक सप्ताह पहले ही यादव का जिले में दौरा हुआ था। यादव कोई बाहरी प्रत्याशी नहीं और न पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं। इसके पहले वे खंडवा लोकसभा से सांसद और केंद्रीय मंत्री रहे हैं। वे बाहरी प्रत्याशी कैसे हो सकते हैं