Indore : भाजपा के महापौर पद के उम्मीदवार पुष्यमित्र भार्गव ने आज अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया। वे एक रैली के रूप में निर्वाचन कार्यालय तक गए और नामांकन पत्र जमा किया।
उनके नामांकन के लिए मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा विशेष रूप से इंदौर आए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस का महापौर बन गया तो इंदौर बर्बाद हो जाएगा। अकेले पुष्यमित्र नहीं 85 पार्षद भी भाजपा के आना चाहिए।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने महापौर पद के उम्मीदवार पुष्यमित्र भार्गव के समर्थन में भाषण देते हुए कहा कि पुष्यमित्र मतलब जनता का मित्र। भारतीय जनता पार्टी सबसे अलग पार्टी है, मोदी जी, अमित जी, नड्डा जी हमारे नेता हैं। पार्टी ने तय किया एक व्यक्ति के पास एक पद रहेगा, तो उसका गंभीरता से पालन किया गया।
कांग्रेस में तो एक ही आदमी विधायक, सांसद और महापौर तक का उम्मीदवार है! कमलनाथ या तो तुम्हारे पास कार्यकर्ता नहीं है या कार्यकर्ता हैं तो उनकी कोई इज्जत नहीं है!
मुख्यमंत्री ने कहा कि इंदौर में लड़ाई धन के पुजारी और ज्ञान के पुजारी के बीच में है! पुष्यमित्र भार्गव की छवि स्वस्थ है। इंदौर के विकास की जो परंपरा रही है, उसे बरकरार रखा जाएगा। इंदौर मेरे सपनों का शहर है। आने वाले 10 सालों में इंदौर बैंगलोर और हैदराबाद को पीछे छोड़ देगा। इंदौर बनाने के हमारे अपने सपने हैं।
इंदौर का विकास, ग्रीन सिटी इंदौर, क्लीन सिटी इंदौर, आईटी सिटी इंदौर, मेट्रो सिटी इंदौर, स्मार्ट सिटी इंदौर इन्वेस्टर्स सिटी इंदौर के लिए हमारा रोडमैप तैयार है।
21 हजार करोड़ रुपए के काम हम मिशन नगरोदय के तहत कर रहे हैं, 1700 करोड़ रुपये के कार्य इंदौर में किए जा रहे हैं। कमलनाथ जी ने तो वल्लभ भवन को दलालों का अड्डा बना दिया था। अगर कांग्रेस आ गई, तो इंदौर फिर बर्बाद हो जाएगा।
हम इंदौर के विकास और जनता के कल्याण में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे! विकास के लिए और इंदौर की भलाई के लिए इंदौर नगर निगम में भाजपा के महापौर का होना जरूरी है। कांग्रेस तो जनता को साड़ियाँ और कपड़े बाँटने का काम कर रही है।
कांग्रेसी आएगा, दाना डालेगा, साड़ी लाएगा, तीर्थ यात्रा करवाने का नाटक करेगा, लेकिन हमें उनके जाल में नहीं फँसना है। गुंडे, बदमाश, माफिया, गड़बड़ करने वालों और गरीबों का हक छीनने वालों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कोई गड़बड़ करेगा, तो बुलडोजर चलेगा। अकेले पुष्यमित्र ही नहीं, 85 के 85 पार्षद भी भाजपा के ही होना चाहिए!