Rebellion in Uddhav Government : सूरत से बागी MLA गुवाहाटी पहुंचे, BJP MLA एयरपोर्ट पर लेने पहुंचे!

एकनाथ शिंदे ने 40 MLA साथ होने का दावा किया

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Rebellion in Uddhav Government : सूरत से बागी MLA गुवाहाटी पहुंचे, BJP MLA एयरपोर्ट पर लेने पहुंचे!

Mumbai : महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार संकट में घिर गई। अब सरकार के अब गिरने का खतरा मंडराने लगा है। बागी एकनाथ शिंदे मंगलवार रात शिवसेना के विधायकों के साथ असम की राजधानी गुवाहाटी पहुंच गए। बुधवार सुबह गुवाहाटी एयरपोर्ट पर उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि उनके साथ 40 विधायक हैं। वे बाला साहेब के हिंदुत्व को आगे बढ़ाएंगे। शिंदे ने विधायकों के हस्ताक्षर वाला एक पत्र महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को भी भेज दिया। शिंदे ने 40 MLA साथ होने का दावा किया। बताते हैं कि इनमें 10 MLA कांग्रेस के भी हैं।
गुवाहाटी में बीजेपी विधायक सुशांत बरगोहन शिवसेना के इन बागी MLA को लेने पहुंचे थे। सुशांत ने कहा कि मैं निजी संबंधों के चलते यहां आया हूं। उन्होंने यह भी कहा कि मैंने अभी गिना नहीं कि कितने विधायक यहां आए हैं। महाराष्ट्र की राजनीति में आज का दिन काफी अहम रहने वाला है। सीएम उद्धव ठाकरे ने दिन के एक बजे कैबिनेट की बैठक बुलाई है।

दल-बदल से बचने के लिए 37 MLA की जरूरत
एकनाथ शिंदे का दावा अगर सही है, तो उनके साथ के MLA दल बदल कानून से बच सकते हैं। इस कानून से बचने के लिए 37 MLA की जरूरत है। बागी विधायकों को समझाने एवं शिंदे से बातचीत के लिए उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को अपने दो नेताओं को सूरत भेजा और खुद शिंदे से बातचीत की। लेकिन, कोई बात नहीं बन सकी। शिवसेना के दो नेता मिलिंद नार्वेकर एवं रवि पाठक मंगलवार को सूरत पहुंचे थे। शिंदे की शर्त है कि शिवसेना को कांग्रेस-राकांपा से गठबंधन तोड़कर भाजपा के साथ सरकार बनानी चाहिए। इस बीच, शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि शिंदे को पता है कि उद्धव ठाकरे भाजपा से अलग क्यों हुए।

भाजपा का साथ क्यों छोड़ा!
संजय राउत ने कहा कि हमारे दो लोग सूरत गए। एकनाथ शिंदे से बातचीत हुई। वह हमारे पुराने मित्र हैं, सभी को पता है कि हमने भाजपा का साथ क्यों छोड़ा। शिंदे भी इस बात के गवाह हैं। एकनाथ के बागी होने के बाद शिवसेना ने उन पर कार्रवाई की है। शिवसेना ने उन्हें विधायक दल के नेता पद से हटा दिया है। उनकी जगह अजय चौधरी को विधायक दल का नेता बनाया गया है। शिवसेना में हुई बगावत के बाद महाविकास अघाड़ी में शामिल कांग्रेस और राकांपा अपने विधायकों की सुरक्षा को लेकर सतर्क हो गए हैं।