Indore : आज दोपहर 3 घंटे हुई बारिश से पूरा शहर तरबतर हो गया। तेज बारिश के बाद शहर की अधिकांश सड़कों और निचली बस्तियों में पानी भर गया। रीगल तिराहा, मधुमिलन चौराहा और पलासिया चौराहे पर वाहन चालकों को सबसे ज्यादा परेशानी आई। नेहरू स्टेडियम में मतदान सामग्री लेने आने वाले दल भी परेशान हुए। व्यवस्था के लिए बनाया गया वाटर प्रूफ डोम में भी पानी घुस गया।
भारी बारिश से शहर में जल निकासी की व्यवस्था गड़बड़ा गई। निगम आयुक्त प्रतिभा पाल निगम कंट्रोल रूम पर जल निकासी की जोनवार स्थिति का जायजा लिया और पानी निकासी के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
साथ ही निगम की टीमों को बारिश के दौरान जलजमाव से निपटने के लिए लगाया। डी-वाटरिंग मशीन एवं अन्य संसाधनों के साथ शहर में जल निकासी के लिए व्यवस्था की गई। निगम आयुक्त के निर्देश पर निगम के समस्त अपर आयुक्त ,जोनल अधिकारी टीम के साथ जल निकासी के लिए लगातार शहर में कार्य कर रहे हैं!
नेहरू स्टेडियम में पानी भराया
वर्षा इतनी तेज थी कि बारिश से बचाव के लिए बनाए डोम में भी रिसाव होने लगा था। वर्षा का पानी स्टेडियम के मैदान में जमा हो गया, जिससे आने-जाने में भी परेशानी हो रही थी। जनरेटर व पंप लगाकर पानी को बाहर निकाला गया। तेज वर्षा के कारण कई मतदान दल नेहरू स्टेडियम में ही रुक गए, जो बाद में गंतव्य तक पहुंचे। बारिश के कारण बसों की व्यवस्था भी गड़बड़ा गई। मतदान कर्मियों को पता ही नहीं था कि उन्हें किस बस से जाना है।
निगम चुनाव के लिए नेहरू स्टेडियम में स्ट्रांग रूम बनाए गए हैं। सुबह चार बजे से ही स्ट्रांग रूम खोल दिया गया था। स्टेडियम के मैदान पर बने अलग-अलग काउंटरों पर विधानसभा वार और मतदान केंद्रवार ईवीएम दलों को दी जा रही थी। 7 बजे से मतदान दल के कर्मचारियों को 2250 मतदान केंद्रों के लिए मतदान सामग्री सौंपने की शुरुआत कर दी गई। इसके अलावा पोलिंग बूथ की सुरक्षा के लिए पुलिस की टीमें भी पहुंच रही हैं।
11 बजे के बाद शुरू हुई बारिश से सारे इंतजाम ध्वस्त हो गए। वर्षा से बचाव के लिए स्टेडियम में विशाल डोम बनाए गए थे। जिनमें कुर्सियां लगाई गई थी, सब ध्वस्त हो गया। मतदान दलों के कर्मचारियों को भटकना न पड़े इसलिए उनको कुर्सियों पर बैठे-बैठे ही अन्य कर्मचारी ईवीएम और अन्य मतदान सामग्री सौंपने का इंतजाम था, पर दोपहर में बारिश के कारण परेशानी हुई।
बसों की व्यवस्था बिगड़ी
मतदान सामग्री लेने के बाद मतदान दल के कर्मचारियों को स्टेडियम के बाहर निर्धारित बसों तक छोड़ने के लिए भी स्टेडियम के अंदर 40 शटल बसों का इंतजाम किया गया था। बारिश ने इस व्यवस्था को भी बिगाड़ दिया। उप जिला निर्वाचन अधिकारी मुनीष सिंह सिकरवार ने बताया कि शटल बसों में मतदान कर्मचारियों को बिठाने के बाद सीधे बाहर की बस में छोड़ने की प्लानिंग थी।
बाहर लगी बसों के जरिए मतदान कर्मचारी अपने तय मतदान केंद्र के लिए रवाना भी हुए। मतदान दलों को मतदान केंद्र तक पहुंचाने के लिए 410 बसों की व्यवस्था की गई है। इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन इलेक्ट्रिक वाहन से अंतिम डोम तक ले जाने की व्यवस्था की गई।
EVM में खराबी आई
मतदान दलों ने कई ईवीएम की बैलेट यूनिट के कुछ बटन खराब होने की शिकायत भी की। कुछ की कंट्रोल यूनिट भी खराब निकली। ऐसी खराब मशीनों को कंपनी के इंजीनियरों ने चेक किया। मतदान दलों को EVM में भी तकनीकी बाधा मिली, जिसे इंजीनियर सुधार रहे हैं। जो ठीक नहीं हो सकती उनको बदलकर रिजर्व ईवीएम में से दूसरी दी गई।