Factory Operator Hanged : रुपए वापस न मिलने से परेशान फैक्ट्री संचालक ने फांसी लगाई

मृतक के पास मिली डायरी में उसने मां-पत्नी से माफी मांगी

734
Businessman Committed Suicide : पैसा न मिलने से परेशान सोना-चांदी व्यापारी ने आत्महत्या की!

Factory Operator Hanged : रुपए वापस न मिलने से परेशान फैक्ट्री संचालक ने फांसी लगाई

Indore : बाणगंगा थाना क्षेत्र में एक युवक ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। वह फैक्ट्री संचालक था। उसके मुंह और हाथ टेप से बंधे हुए थे। उसके पास से एक डायरी मिली है, जिसमें उसने कुछ लोगों पर रुपए लेकर वापस नहीं लौटाने और परेशान करने का आरोप लगाया है। डायरी में उसने अपनी मां और पत्नी से भी माफी मांगी है, साथ ही दोस्तों को भी राम-राम कहा।
पुलिस के अनुसार शनिवार सुबह उन्हें सूचना मिली थी कि सेक्टर- सी में शनि मंदिर के करीब एक व्यक्ति बिजली के पोल पर फंदे पर लटका हुआ है, जिसका मुंह और हाथ टेप से बंधा हुआ है। मृतक की पहचान संजय (47) पिता श्रवण सांकरे निवासी कुशवाह नगर के रूप में हुई। घटना के वक्त उसके परिजन शादी में बैतूल गए हुए थे। पुलिस के अनुसार मृतक की खुद की फैक्ट्री थी, साथ ही वह लेथ मशीन का काम भी करता था। मृतक के रिश्तेदार के अनुसार संजय का गणेश धाम में खुद का वर्कशॉप है। सुबह साढ़े 6 बजे सूचना मिली कि संजय ने सुसाइड कर लिया है।

मंदिर के पास बिजली पोल पर वह फंदे पर लटका हुआ था। विश्वनाथ का कहना है कि संजय ने कभी किसी परेशानी को लेकर बात नहीं की। वह मूलत: बैतूल का रहने वाला था और इंदौर में रहकर बिजनेस कर रहा था। उसने सुसाइड नोट में उन लोगों का जिक्र किया है, जिनसे उसे रुपए लेने हैं। संजय के परिवार में मां, पत्नी और दो बच्चे हैं। उसके पास से पुलिस को एक डायरी मिली है, जिसमें उसने तीन लोगों के नाम लिखे हैं। जिन्होंने संजय से रुपए उधार लिए, और अब लौटा नहीं रहे हैं। साथ ही वे उसे परेशान भी कर रहे थे। इस कारण वह अपना काम ठीक से नहीं कर पा रहा था।

रुपए नहीं लौटाने के कारण उस पर बाहरी कर्ज भी होता जा रहा था। मृतक ने डायरी में मां के लिए लिखा है कि वह बहुत अच्छी है, आपकी सेवा नहीं कर पाया, इसलिए मुझे माफ कर देना। पत्नी से माफी मांगते हुए दोनों बच्चों का ध्यान रखने को कहा है। दोस्तों को भी राम- राम कहा। रिश्तेदार सुभाष के मुताबिक रात में 10 बजे उसकी संजय से बात हुई थी, तब उसने अच्छे से बात कही थी। हालांकि वह रात में घर नहीं पहुंचा।