कॉर्पोरेट और बिजनेस विशेषज्ञ बसंत पाल की रिपोर्ट
शेयर बाजार अब मंदी से उबरते नजर आ रहे हैं। लगातार चौथे दिन बाज़ार में तेज़ी रही। बेंचमार्क सूचकांकों ने बीते 17 जून 2022 को अपने 52-सप्ताह के निचले स्तर को तोड़ा था। इसके बाद से इनमें निरंतर सुधार हो रहा है। इससे पता चलता है कि शेयर बाजार अब ऊपर की ओर जाने को तैयार है।
पिछले एक महीने की घट-बढ़ के बाद निवेशकों की संपत्ति 21 लाख करोड़ रुपये बढ़ गई। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 630 अंक या 1.15 फीसदी उछलकर 55.397.53 के स्तर पर बंद हुआ,जबकि निफ्टी 180 अंक चढ़कर 16,521 के स्तर पर क्लोज हुआ।
खास बात यह है कि अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया कमजोर होने के बावजूद, शेयर बाजार ने तेजी की राह पकड़ी है। वैश्विक बाज़ारों में रिकवरी, तेल की कीमतों में नरमी आने के साथ कुछ अन्य जरूरी कमोडिटी की कीमतें घटने से भारतीय शेयर बाजार को सहारा मिला है।
वैश्विक परिस्थितियों के कुछ ठीक होने से विदेशी निवेशकों का विश्वास भी भारतीय बाजार में लौटा है और उन्होंने बिकवाली धीमी की है। पिछले कुछ महीनों में विदेशी निवेशक शुद्ध बिकवाल बने हुए थे।
BSE में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैपिटलाइजेशन बढ़कर 256 लाख करोड़ रुपये हो गया। एक महीने पहले 17 जून को यह 234.86 लाख करोड़ रुपये था। इस तरह कई महीनों की लगातार गिरावट के बाद पिछले एक महीने में निवेशकों की संपत्ति में इजाफा हुआ है और यह करीब 21 लाख करोड़ रुपये बढ़ी हैं।
ऑटो, FMCG, कैपिटल गुड्स, कंज्यूमर-ड्यूरेबल्स, इंडस्ट्रियल्स, ऑयल एंड गैस, रियल्टी और पावर सेक्टर की कंपनियों में खरीदारी बढ़ने से भी सेंटीमेंट को मजबूती मिली।इन सेक्टर्स में पिछले महीने 10 से 17 फीसदी की तेजी देखी गई और इसके बाद बैंकिंग सेक्टर भी करीब 9 प्रतिशत की उछाल दर्ज की गई।