इटारसी से चंद्रकांत अग्रवाल की रिपोर्ट
तवानगर: जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने नर्मदा पुरम के तवा बांध का निरीक्षण किया।
जल संसाधन मंत्री ने बताया कि उक्त बांध 1976 में बनाया गया था और इसका समय समय पर निर्माण कर सुधारी करण किया जाता रहा है।
बांध से 13 मेगावाट बिजली भी पैदा हो रही है और लगभग 1000 गांव को सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराया जाता है। इनमें पर्यटन संबंधी गतिविधियां भी संचालित की जाती हैं। इस डैम की क्षमता से 3 लाख 20 हजार क्षेत्र में सिंचाई हो रही हैं।
प्रदेश में हो रही लगातार बरसात के कारण बांधो का जलस्तर बढ़ रहा है। जिससे समय-समय पर डैम के गेट खोले जा रहे हैं और पानी की निकासी की जा रही है। प्रदेश में नदियों में जलस्तर एकदम ना बढ़े, इसके लिए रणनीतिक रूप से तवा बांध, बरगी डैम और वरना डैम से क्रम से पानी छोड़ा जाता है।
एक दूसरे बांध में पानी आने में समय लगता है। इस दौरान में भी पानी नियंत्रित तरीके से नर्मदा नदी का जलस्तर नियंत्रण में रहा है।
कहीं भी जनहानि पशु और समान आदि की नुकसान की खबरें नहीं मिली।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बाढ़ संबंधी बैठक कर सभी मंत्रियों को भी क्षेत्रों में दौरा करने के लिए कहा है।
आज इसी क्रम में इटारसी तवा बांध का निरीक्षण किया गया, यहां पर स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। वर्तमान में ही पानी की निकासी की जा रही है।
जल संसाधन मंत्री सिलावट ने बताया कि विभाग के सभी अधिकारियों को इस संबंध में निर्देश दिए गए हैं कि बांधों से पानी निकासी के पूर्व संबंधित जिलों के कलेक्टर को सूचित किया जाए जिससे किनारों पर रहने वाले लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया जा सके।
वर्तमान समय तक बाँधों से क्रम में लगातार पानी छोड़ने से कोई समस्या उत्पन्न नहीं हुई है और अति वर्षा के बाद भी स्थिति सामान्य बनी हुई है। बांधो से पानी की निरंतर निकासी जारी है।
वर्तमान में भी निकासी की तुलना में बांध में पानी की आवक अधिक मात्रा में हो रही है। तवा डैम के तीन गेट खोले गए हैं इससे पानी की निकासी जारी है।
24 घंटे से प्रदेश में वर्षा की स्थिति सामान्य बनी हुई है। कहीं भी किसी प्रकार की अतिवर्षा की सूचना ना होने से पानी की निकासी आसानी से हो रही है।