Mumbai: शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान (Aryan Khan) को आज सुनवाई पूरी नहीं होने के कारण जमानत नहीं मिली। उसे आज रात भी जेल में ही रहना पड़ेगा। NCB ने आरोप लगाया है कि वो विदेश में कुछ ऐसे लोगों के संपर्क में था, जो अवैध खरीद के लिए एक अंतर्राष्ट्रीय ड्रग्स नेटवर्क का हिस्सा लग रहे हैं। इनकी जांच चल रही है। NCB ने ये भी कहा कि हम इस बात को नजरअंदाज नहीं कर सकते कि जमानत मिलने पर वह देश छोड़कर भाग सकता है।
सेशंस कोर्ट में आर्यन खान, अरबाज मर्चेट और मुनमुन धमेचा की जमानत याचिका पर बुधवार को सुनवाई पूरी नहीं हो सकी। मामले में अब गुरुवार को 12 बजे सुनवाई होगी।
ASG अनिल सिंह की दलील थी कि जमानत अर्जी पर सुनवाई के दौरान आर्यन अपने बयान से पीछे हट गया। बेशक वो ऐसा कर सकता है, लेकिन उनके दूसरे बयान का क्या जिसमें उन्होंने अपने दोस्त के साथ ड्रग्स लेने की बात स्वीकारी थी।
कोर्ट को दिखाया चैट
थोक मात्रा की बातचीत व्यक्तिगत उपयोग के लिए तो बिल्कुल नहीं हो सकती। इसके पीछे कुछ और है। हमने विदेशी नागरिक का पता लगाने के लिए विदेश मंत्रालय से बात की है।
ASG ने कहा कि जब धारा 29 लागू होती है, तो जिस व्यक्ति पर अपराध का आरोप लगाया जाता है, उसे उसी अपराध के लिए साजिशकर्ता के रूप में भी दंडित किया जाता है। मैं इस बात की ओर इशारा इसलिए कर रहा हूं। क्योंकि साजिश के मामले में यह जरूरी नहीं है कि सभी आरोपियों के पास प्रतिबंधित पदार्थ बरामद हो।
कल तक का समय मांगा
ASG बोले, हमारा तर्क है कि प्रतिबंधित पदार्थ अरबाज मर्चेंट के पास मिला है, जो आर्यन खान से उनके आवास मन्नत पर मिले थे। अपने बयान में उन्होंने खान के साथ संबंध को स्वीकार किया है।
हमारे पास चैट्स मौजूद
हमारे पास वे चैट्स हैं जिसमें ड्रग्स की थोक मात्रा के बारे में बात की जा रही हैं! हार्ड ड्रग्स के संदर्भ में एक विदेशी नागरिक के साथ भी बातचीत होती है।
मेरे खिलाफ फर्जी केस
मुनमुन धामेचा के वकील देशमुख ने कोर्ट से कहा कि वे यह दिखाने की कोशिश तो कर रहे हैं कि साजिश है। लेकिन, यह साबित करने में नाकाम रहे हैं। NCB की टीम दूसरों को गिरफ्तार क्यों नहीं कर रही! केवल मुनमुन को ही निशाना क्यों बनाया जा रहा है? उसके खिलाफ फर्जी केस चल रहा है।
आर्यन को सबक मिला
धारा 27 के तहत सजा पहले 5 साल के लिए थी! लेकिन, 2001 में इसे घटाकर 1 साल कर दिया गया था। भांग को भी ड्रग की श्रेणी से हटा दिया गया था। वे हिरासत में हैं और उन्हें इसका सबक मिल गया! वे पेडलर नहीं हैं। उन्होंने काफी कुछ सहा है। कुछ करना ही है, का मतलब ऐसा करना ही नहीं होता। हां वे युवा हैं और ऐसा कर रहे हैं। लेकिन कई देशों में यह सब कानूनी है।